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Reducing police torture against Muslim at Grass root level by engaging and strengthening Human Rights institutions in India

Wednesday, August 28, 2013

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के ग्राम रठगवां, थाना जंवा में नवविवाहिता को ससुराल वालो द्वार दहेज़ उत्पीडन कर ह्त्या का FIR दर्ज होने के बावजूद पुलिस द्वारा अभियुक्तों की गिरफ्तारी न किये जाने के सम्बन्ध में

सेवा में,                                     29 अगस्त, 2013

माननीय मुख्यमंत्री महोदय,

उत्तर-प्रदेश सरकार,

लखनऊ |



विषय : उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के ग्राम रठगवां, थाना जंवा में
नवविवाहिता को ससुराल वालो द्वार दहेज़ उत्पीडन कर ह्त्या का FIR दर्ज
होने के बावजूद पुलिस द्वारा अभियुक्तों की गिरफ्तारी न किये जाने के
सम्बन्ध में |

महोदय,

      आपका ध्यान इस और आकृष्ट करना चाहता हूँ कि उत्तर प्रदेश के अलीगढ़
जिले के ग्राम रठगवा, थाना जंवा के निवासी जानीष खान पुत्र वशीर खान ने
अपनी 20 वर्षीय पुत्री शायमा की शादी मुस्लिम रीती रिवाज से दिनांक 31
अक्टूबर, 2012 को अलीगढ़ जिले के हमदर्दनगर, थाना जमालपुर, सिविल लाइन के
निवासी अफजल पुत्र निवास अली के साथ धूम-धाम से की | कुछ दिनों तक तो
ससुराल में सब ठीक ठाक चलता रहा लेकिन कुछ दिनों बाद ही ससुराल वाले दहेज़
की मांग करने लगे और शायमा के साथ मार पीट गाली गलौज करने लगे | आये दिन
उनकी मांगे बढ़ती जा रही थी | ससुराल वाले 1 लाख रुपये और मोटर साईकिल की
मांग की नहीं देने पर शायमा को जान से मारने की धमकी दी | काफी समझाने के
बाद भी ससुराल वाले अपनी इस नाजायज मांग पर अड़े रहे और शायमा को रोज
प्रताड़ित करते रहते थे |

      दिनांक 29 दिसम्बर, 2012 को रात 2-3 बजे शायमा के घरवालो को यह
सूचना मिली कि उनकी पुत्री ह्त्या हो गयी है | मृतका के परिजन अविलम्ब
उसके ससुराल पहुचे | वहाँ पर लाश कमरे में पडी थी और चहरे और शरीर पर कई
जगह चोट के निशान थे | घर का पूरा सामान बिखरा        पडा था उसके हाथ की
चुडिया भी टूटकर उसके हाथ में धंसी हुयी थी जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि
काफी मारपीट व झगड़ा होने के बाद उसे जान से मारा गया हो | इसके आलावा
सबसे चौकाने वाली बात यह थी की उस समय घर पर कोइ भी ससुराल का व्यक्ति
मौजूद नहीं था सब भाग गए थे |

      जब इस घटना का FIR कराने थाना सिविल लाइन गए तो वहा पर काफी मशक्कत
के बाद FIR दर्ज किया गया | लेकिन नामजद FIR होने के बाद भी पुलिस काफी
दबाव के बाद एक अभियुक्त अफजल को गिरफ्तार कर लिया परन्तु अन्य
अभियुक्तों की तलाश या गिरफ्तारी के लिए कोइ भी कार्यवाही नहीं कर रही है
| आज भी अभियुक्तगण खुले आम घूम रहे है |

      अतः आपसे निवेदन है कृपया आप इस मामले को संज्ञान में लेते हुए इस
केस में न्यायोचित कार्यवाही का आदेश देने की कृपा करे |





भवदीय

डा0 लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार नाजनिगरानी समिति,

सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी

+91-9935599333

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