PVCHR initiative supported by EU

Reducing police torture against Muslim at Grass root level by engaging and strengthening Human Rights institutions in India

Monday, April 29, 2013

Cashing in on prejudice: Police torture of Muslims in UP



Today, the attitude of the police is one of the main enforces of torture. The marginalization of the Muslim community combined with the discrimination that penetrates police stations in India creates situations where the religious discrimination of the police is manifested and enforced by torture.
Punishment or persecution of policemen for human rights violations Uttar Pradesh is unheard of. This is because of corruption, a general distrust and dislike of Muslims, and the idea of the police being above the law. In most cases, complaints against police officers are not even registered because other police officers refuse to do this. If the complaints are registered, the process is extremely slow.
Within the police force, policemen who try to help victims get justice are ostracized from the rest of police force. Some policemen have even been killed for going against the unwritten rules in police stations. Police who use torture to get false confessions often get promoted and are indirectly or directly rewarded for torturing. The practice is even promoted within certain police forces as means of gathering information. In police stations around Uttar Pradesh norms of conduct seem to have been created that override the legal obligations of policemen.

Fwd: Compensation and take action against Police and C.I.D. in Custodial death of Nassiruddin Molla of south 24 Paragana, Distt of West Bengal.



---------- Forwarded message ----------
From: <minority.pvchr@gmail.com>
Date: Mon, Apr 29, 2013 at 5:10 PM
Subject: Compensation and take action against Police and C.I.D. in Custodial death of Nassiruddin Molla of south 24 Paragana, Distt of West Bengal.
To: akpnhrc@yahoo.com, jrlawnhrc@hub.nic.in, ionhrc@nic.in, covdnhrc@nic.in
Cc: Lenin Raghuvanshi <pvchr.india@gmail.com>, lenin@pvchr.asia


To,                                                            29 April, 2013

The Chairperson,

National human Rights Commission,

New Delhi,

 

Sub : Compensation and take action against Police and C.I.D. in Custodial death of Nassiruddin Molla of south 24 Paragana, Distt of West Bengal.

 

 

Respected Sir,

I want to drag your attention on this story published at Anandabazar Partika, at 8th march 2013, the man named Nassiruddin Molla of south 24 Pargana  Distt of  West Bengal, have been arrested by the local police and found dead, in police custody. C.I.D. investigate the hole case But there is no proper evidence of death not have been submitted, one sub inspector and one constable have been suspended in this case. There is a big question how one young and healthy men can die after an hour of arrest.

Now I am sending this matter to you and the paper cutting of the said case, its published in Bengali language, so please look it.

Kindly I request to you that take cognizance of this custodial death case and please take action against that police officers and C.I.D. officers and also provide the compensation to Nassiruddin Molla Family.

 

 

 Thanking you with faith and respect.

 

 

Yours'

 


Dr. lenin

Secretary General

Peoples' Vigilance Committee On Human Rights

SA 4/2 A Daulatpur, Varanasi

+91-9935599333

lenin@pvchr.asia 

 

 

  

 

 

 Please visit:

 
 

Friday, April 26, 2013

उत्तर-प्रदेश के वाराणसी जिले की पुलकोहना निवासी महिला को उसके देवरों द्वारा जान से मारने का प्रयास करना और बार बार मार-पीट के मामले में पुलिस द्वारा न तो रिपोर्ट दर्ज की गयी व न ही कोइ कार्यवाही न किये जाने के सम्बन्ध में |

सेवा में,                                                  26 अप्रैल, 2013

गृह मंत्रालय,

भारत सरकार | 

 

विषय : उत्तर-प्रदेश के वाराणसी जिले की पुलकोहना निवासी महिला को उसके देवरों द्वारा जान से मारने का प्रयास करना और बार बार मार-पीट के मामले में पुलिस द्वारा न तो रिपोर्ट दर्ज की गयी व न ही कोइ कार्यवाही न किये जाने के सम्बन्ध में |


 महोदय,

      आपका ध्यान इस ओर आकृष्ट कराना चाहता हूँ कि पीडिता शायरा बीबी पत्नी अली अहमद निवासिनी सा 22/150, स्थित मुहल्ला-पुलकोहना, पुरानापुल, थाना-सारनाथ, वाराणसी, अपने पति और बच्चो के साथ रहती है | उसके पड़ोस में उसके अन्य देवर मुमताज़ अली, निसार अली, मोहम्मद कल्लू रहते है | ये सभी आये दिन किसी न किसी बात पर पीडिता व उसके परिवार से मार-पीट करते रहते है | ये लोग पीडिता व उसके परिवार को बार बार परेशान करते है ताकि ये लोग यहाँ से भाग जाय और उस मकान को आधी कीमत पर खरीद कर बेच दे |

      इसी के मद्देनजर इन कल्लू, मुमताज़ अली, निसार अली, रमजान अली  व कल्लू का लड़का राजू और उनके सहयोगी मोबिन ने दिनांक 22.09.2012 को सुबह 8 बजे पीडिता के घर पर चढ़ आये और गाली देने लगे उस समय पीडिता के पति अली अहमद घर से बाहर गए हुए थे घर पर पीडिता की दो बच्चिया कुमारी शबनम व कुमारी सुल्ताना परवीन ही घर पर थी कोइ भी पुरुष घर पर नहीं था | कल्लू व उसके साथ सभी उपरोक्त लोगो ने अली अहमद को गाली देते हुए कहा कि आज उसे ख़त्म कर देगे ताकि ये झगड़ा ही ख़त्म हो जाय इसके साथ ही ईट, पत्थर व लोहे की रॉड से घर का दरवाजा, सिलाई मशीन व बजाज डिस्कवर बाईक न० UP 65 AC 2941 को कूचने लगे साथ ही पीडिता व उसकी लड़कियों के विरोध करने पर उन्हें भी बहुत बुरी तरह से मारा-पीटा और उनके साथ अश्लील हरकते करने लगे | जिससे पीडिता व उसकी लड़किया मदद के लिए गुहार लगाने लगी और जोर जोर से चिल्लाने लगी, चीख सुनकर मोहल्ले के असगर अली, अकबर अली, मोहम्मद शोएब, मुरसलीन, अली हसन और अन्य मोहल्ले वाले इकटठा हो गए और बीच-बचाव करके उन लोगो की जान बचाई | जिससे वे लोग वहा से भाग गए लेकिन पीडिता के पति को जान से मारने की धमकी दे रहे थे | इस घटना में पीडिता व उसकी लड़कियों को गंभीर चोटे आयी | पीडिता नि अविलम्ब इस घटना की सूचना थाना सारनाथ पर दिया किन्तु पीडिता की कोइ रिपोर्ट नहीं लिखी गयी और उसे थाने से भगा दिया गया | जिसके बाद पीडिता ने पंडित दीं दयाल अस्पताल में अपना मेडिकल कराया और दवा लिया |

      इसके पश्चात पीडिता ने वरिष्ट पुलिस अधीक्षक, वाराणसी को भी लिखित शिकायती पत्र दिया | परन्तु उसके बाद भी पीडिता की रिपोर्ट नहीं लिखी गयी | जिसके बाद पीडिता ने न्यायालय के मार्फ़त FIR दर्ज कराई | परन्तु पुलिस ने अभी तक कोइ भी कार्यवाही दोषियों के खिलाफ नहीं की |

जिससे उनके हौसले और बुलन्द हो गए और पुनः दिनांक 17 अप्रैल, 2013 को पीडिता को दोषियों ने बुरी तरह से मारा-पीटा व अधमरा करा के छोड़ दिया |

अतः श्रीमान जी से अनुरोध है कि कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस को त्वरित कार्यवाही का आदेश दे जिससे दोषियों कि गिफ्तारी हो और पीडिता को न्याय मिल सके |

संलग्नक :

1.      वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लोकहित शिकायत की कापी |

2.      न्यायालय द्वारा दर्ज FIR की कापी |

 

भवदीय

डा0 लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार जननिगरानी समिती,

सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी

9935599333

lenin@pvchr.asia 

                










उत्तर-प्रदेश के वाराणसी जिले की पुलकोहना निवासी महिला को उसके देवरों द्वारा जान से मारने का प्रयास करना और बार बार मार-पीट के मामले में पुलिस द्वारा न तो रिपोर्ट दर्ज की गयी व न ही कोइ कार्यवाही न किये जाने के सम्बन्ध में |

सेवा में,                                                  26 अप्रैल, 2013

माननीय प्रधानमंत्री महोदय,

भारत सरकार |

 

विषय : उत्तर-प्रदेश के वाराणसी जिले की पुलकोहना निवासी महिला को उसके देवरों द्वारा जान से मारने का प्रयास करना और बार बार मार-पीट के मामले में पुलिस द्वारा न तो रिपोर्ट दर्ज की गयी व न ही कोइ कार्यवाही न किये जाने के सम्बन्ध में |


 महोदय,

      आपका ध्यान इस ओर आकृष्ट कराना चाहता हूँ कि पीडिता शायरा बीबी पत्नी अली अहमद निवासिनी सा 22/150, स्थित मुहल्ला-पुलकोहना, पुरानापुल, थाना-सारनाथ, वाराणसी, अपने पति और बच्चो के साथ रहती है | उसके पड़ोस में उसके अन्य देवर मुमताज़ अली, निसार अली, मोहम्मद कल्लू रहते है | ये सभी आये दिन किसी न किसी बात पर पीडिता व उसके परिवार से मार-पीट करते रहते है | ये लोग पीडिता व उसके परिवार को बार बार परेशान करते है ताकि ये लोग यहाँ से भाग जाय और उस मकान को आधी कीमत पर खरीद कर बेच दे |

      इसी के मद्देनजर इन कल्लू, मुमताज़ अली, निसार अली, रमजान अली  व कल्लू का लड़का राजू और उनके सहयोगी मोबिन ने दिनांक 22.09.2012 को सुबह 8 बजे पीडिता के घर पर चढ़ आये और गाली देने लगे उस समय पीडिता के पति अली अहमद घर से बाहर गए हुए थे घर पर पीडिता की दो बच्चिया कुमारी शबनम व कुमारी सुल्ताना परवीन ही घर पर थी कोइ भी पुरुष घर पर नहीं था | कल्लू व उसके साथ सभी उपरोक्त लोगो ने अली अहमद को गाली देते हुए कहा कि आज उसे ख़त्म कर देगे ताकि ये झगड़ा ही ख़त्म हो जाय इसके साथ ही ईट, पत्थर व लोहे की रॉड से घर का दरवाजा, सिलाई मशीन व बजाज डिस्कवर बाईक न० UP 65 AC 2941 को कूचने लगे साथ ही पीडिता व उसकी लड़कियों के विरोध करने पर उन्हें भी बहुत बुरी तरह से मारा-पीटा और उनके साथ अश्लील हरकते करने लगे | जिससे पीडिता व उसकी लड़किया मदद के लिए गुहार लगाने लगी और जोर जोर से चिल्लाने लगी, चीख सुनकर मोहल्ले के असगर अली, अकबर अली, मोहम्मद शोएब, मुरसलीन, अली हसन और अन्य मोहल्ले वाले इकटठा हो गए और बीच-बचाव करके उन लोगो की जान बचाई | जिससे वे लोग वहा से भाग गए लेकिन पीडिता के पति को जान से मारने की धमकी दे रहे थे | इस घटना में पीडिता व उसकी लड़कियों को गंभीर चोटे आयी | पीडिता नि अविलम्ब इस घटना की सूचना थाना सारनाथ पर दिया किन्तु पीडिता की कोइ रिपोर्ट नहीं लिखी गयी और उसे थाने से भगा दिया गया | जिसके बाद पीडिता ने पंडित दीं दयाल अस्पताल में अपना मेडिकल कराया और दवा लिया |

      इसके पश्चात पीडिता ने वरिष्ट पुलिस अधीक्षक, वाराणसी को भी लिखित शिकायती पत्र दिया | परन्तु उसके बाद भी पीडिता की रिपोर्ट नहीं लिखी गयी | जिसके बाद पीडिता ने न्यायालय के मार्फ़त FIR दर्ज कराई | परन्तु पुलिस ने अभी तक कोइ भी कार्यवाही दोषियों के खिलाफ नहीं की |

जिससे उनके हौसले और बुलन्द हो गए और पुनः दिनांक 17 अप्रैल, 2013 को पीडिता को दोषियों ने बुरी तरह से मारा-पीटा व अधमरा करा के छोड़ दिया |

अतः श्रीमान जी से अनुरोध है कि कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस को त्वरित कार्यवाही का आदेश दे जिससे दोषियों कि गिफ्तारी हो और पीडिता को न्याय मिल सके |

संलग्नक :

1.      वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लोकहित शिकायत की कापी |

2.      न्यायालय द्वारा दर्ज FIR की कापी |

 

भवदीय

डा0 लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार जननिगरानी समिती,

सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी

9935599333

lenin@pvchr.asia 

                







उत्तर-प्रदेश के वाराणसी जिले की पुलकोहना निवासी महिला को उसके देवरों द्वारा जान से मारने का प्रयास करना और बार बार मार-पीट के मामले में पुलिस द्वारा न तो रिपोर्ट दर्ज की गयी व न ही कोइ कार्यवाही न किये जाने के सम्बन्ध में |



सेवा में,                                                  26 अप्रैल, 2013

माननीय मुख्यमंत्री महोदय,

उत्तर-प्रदेश सरकार | 


विषय : उत्तर-प्रदेश के वाराणसी जिले की पुलकोहना निवासी महिला को उसके देवरों द्वारा जान से मारने का प्रयास करना और बार बार मार-पीट के मामले में पुलिस द्वारा न तो रिपोर्ट दर्ज की गयी व न ही कोइ कार्यवाही न किये जाने के सम्बन्ध में |


 महोदय,

      आपका ध्यान इस ओर आकृष्ट कराना चाहता हूँ कि पीडिता शायरा बीबी पत्नी अली अहमद निवासिनी सा 22/150, स्थित मुहल्ला-पुलकोहना, पुरानापुल, थाना-सारनाथ, वाराणसी, अपने पति और बच्चो के साथ रहती है | उसके पड़ोस में उसके अन्य देवर मुमताज़ अली, निसार अली, मोहम्मद कल्लू रहते है | ये सभी आये दिन किसी न किसी बात पर पीडिता व उसके परिवार से मार-पीट करते रहते है | ये लोग पीडिता व उसके परिवार को बार बार परेशान करते है ताकि ये लोग यहाँ से भाग जाय और उस मकान को आधी कीमत पर खरीद कर बेच दे |

      इसी के मद्देनजर इन कल्लू, मुमताज़ अली, निसार अली, रमजान अली  व कल्लू का लड़का राजू और उनके सहयोगी मोबिन ने दिनांक 22.09.2012 को सुबह 8 बजे पीडिता के घर पर चढ़ आये और गाली देने लगे उस समय पीडिता के पति अली अहमद घर से बाहर गए हुए थे घर पर पीडिता की दो बच्चिया कुमारी शबनम व कुमारी सुल्ताना परवीन ही घर पर थी कोइ भी पुरुष घर पर नहीं था | कल्लू व उसके साथ सभी उपरोक्त लोगो ने अली अहमद को गाली देते हुए कहा कि आज उसे ख़त्म कर देगे ताकि ये झगड़ा ही ख़त्म हो जाय इसके साथ ही ईट, पत्थर व लोहे की रॉड से घर का दरवाजा, सिलाई मशीन व बजाज डिस्कवर बाईक न० UP 65 AC 2941 को कूचने लगे साथ ही पीडिता व उसकी लड़कियों के विरोध करने पर उन्हें भी बहुत बुरी तरह से मारा-पीटा और उनके साथ अश्लील हरकते करने लगे | जिससे पीडिता व उसकी लड़किया मदद के लिए गुहार लगाने लगी और जोर जोर से चिल्लाने लगी, चीख सुनकर मोहल्ले के असगर अली, अकबर अली, मोहम्मद शोएब, मुरसलीन, अली हसन और अन्य मोहल्ले वाले इकटठा हो गए और बीच-बचाव करके उन लोगो की जान बचाई | जिससे वे लोग वहा से भाग गए लेकिन पीडिता के पति को जान से मारने की धमकी दे रहे थे | इस घटना में पीडिता व उसकी लड़कियों को गंभीर चोटे आयी | पीडिता नि अविलम्ब इस घटना की सूचना थाना सारनाथ पर दिया किन्तु पीडिता की कोइ रिपोर्ट नहीं लिखी गयी और उसे थाने से भगा दिया गया | जिसके बाद पीडिता ने पंडित दीं दयाल अस्पताल में अपना मेडिकल कराया और दवा लिया |

      इसके पश्चात पीडिता ने वरिष्ट पुलिस अधीक्षक, वाराणसी को भी लिखित शिकायती पत्र दिया | परन्तु उसके बाद भी पीडिता की रिपोर्ट नहीं लिखी गयी | जिसके बाद पीडिता ने न्यायालय के मार्फ़त FIR दर्ज कराई | परन्तु पुलिस ने अभी तक कोइ भी कार्यवाही दोषियों के खिलाफ नहीं की |

जिससे उनके हौसले और बुलन्द हो गए और पुनः दिनांक 17 अप्रैल, 2013 को पीडिता को दोषियों ने बुरी तरह से मारा-पीटा व अधमरा करा के छोड़ दिया |

अतः श्रीमान जी से अनुरोध है कि कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस को त्वरित कार्यवाही का आदेश दे जिससे दोषियों कि गिफ्तारी हो और पीडिता को न्याय मिल सके |

संलग्नक :

1.      वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लोकहित शिकायत की कापी |

2.      न्यायालय द्वारा दर्ज FIR की कापी |

 

भवदीय

डा0 लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार जननिगरानी समिती,

सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी

9935599333

lenin@pvchr.asia 

                








 

उत्तर-प्रदेश के वाराणसी जिले की पुलकोहना निवासी महिला को उसके देवरों द्वारा जान से मारने का प्रयास करना और बार बार मार-पीट के मामले में पुलिस द्वारा न तो रिपोर्ट दर्ज की गयी व न ही कोइ कार्यवाही न किये जाने के सम्बन्ध में |

सेवा में,                                                  26 अप्रैल, 2013

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक,

वाराणसी,

उत्तर-प्रदेश | 


विषय : उत्तर-प्रदेश के वाराणसी जिले की पुलकोहना निवासी महिला को उसके देवरों द्वारा जान से मारने का प्रयास करना और बार बार मार-पीट के मामले में पुलिस द्वारा न तो रिपोर्ट दर्ज की गयी व न ही कोइ कार्यवाही न किये जाने के सम्बन्ध में |


 महोदय,

      आपका ध्यान इस ओर आकृष्ट कराना चाहता हूँ कि पीडिता शायरा बीबी पत्नी अली अहमद निवासिनी सा 22/150, स्थित मुहल्ला-पुलकोहना, पुरानापुल, थाना-सारनाथ, वाराणसी, अपने पति और बच्चो के साथ रहती है | उसके पड़ोस में उसके अन्य देवर मुमताज़ अली, निसार अली, मोहम्मद कल्लू रहते है | ये सभी आये दिन किसी न किसी बात पर पीडिता व उसके परिवार से मार-पीट करते रहते है | ये लोग पीडिता व उसके परिवार को बार बार परेशान करते है ताकि ये लोग यहाँ से भाग जाय और उस मकान को आधी कीमत पर खरीद कर बेच दे |

      इसी के मद्देनजर इन कल्लू, मुमताज़ अली, निसार अली, रमजान अली  व कल्लू का लड़का राजू और उनके सहयोगी मोबिन ने दिनांक 22.09.2012 को सुबह 8 बजे पीडिता के घर पर चढ़ आये और गाली देने लगे उस समय पीडिता के पति अली अहमद घर से बाहर गए हुए थे घर पर पीडिता की दो बच्चिया कुमारी शबनम व कुमारी सुल्ताना परवीन ही घर पर थी कोइ भी पुरुष घर पर नहीं था | कल्लू व उसके साथ सभी उपरोक्त लोगो ने अली अहमद को गाली देते हुए कहा कि आज उसे ख़त्म कर देगे ताकि ये झगड़ा ही ख़त्म हो जाय इसके साथ ही ईट, पत्थर व लोहे की रॉड से घर का दरवाजा, सिलाई मशीन व बजाज डिस्कवर बाईक न० UP 65 AC 2941 को कूचने लगे साथ ही पीडिता व उसकी लड़कियों के विरोध करने पर उन्हें भी बहुत बुरी तरह से मारा-पीटा और उनके साथ अश्लील हरकते करने लगे | जिससे पीडिता व उसकी लड़किया मदद के लिए गुहार लगाने लगी और जोर जोर से चिल्लाने लगी, चीख सुनकर मोहल्ले के असगर अली, अकबर अली, मोहम्मद शोएब, मुरसलीन, अली हसन और अन्य मोहल्ले वाले इकटठा हो गए और बीच-बचाव करके उन लोगो की जान बचाई | जिससे वे लोग वहा से भाग गए लेकिन पीडिता के पति को जान से मारने की धमकी दे रहे थे | इस घटना में पीडिता व उसकी लड़कियों को गंभीर चोटे आयी | पीडिता नि अविलम्ब इस घटना की सूचना थाना सारनाथ पर दिया किन्तु पीडिता की कोइ रिपोर्ट नहीं लिखी गयी और उसे थाने से भगा दिया गया | जिसके बाद पीडिता ने पंडित दीं दयाल अस्पताल में अपना मेडिकल कराया और दवा लिया |

      इसके पश्चात पीडिता ने वरिष्ट पुलिस अधीक्षक, वाराणसी को भी लिखित शिकायती पत्र दिया | परन्तु उसके बाद भी पीडिता की रिपोर्ट नहीं लिखी गयी | जिसके बाद पीडिता ने न्यायालय के मार्फ़त FIR दर्ज कराई | परन्तु पुलिस ने अभी तक कोइ भी कार्यवाही दोषियों के खिलाफ नहीं की |

जिससे उनके हौसले और बुलन्द हो गए और पुनः दिनांक 17 अप्रैल, 2013 को पीडिता को दोषियों ने बुरी तरह से मारा-पीटा व अधमरा करा के छोड़ दिया |

अतः श्रीमान जी से अनुरोध है कि कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस को त्वरित कार्यवाही का आदेश दे जिससे दोषियों कि गिफ्तारी हो और पीडिता को न्याय मिल सके |

संलग्नक :

1.      वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लोकहित शिकायत की कापी |

2.      न्यायालय द्वारा दर्ज FIR की कापी |

 

भवदीय

डा0 लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार जननिगरानी समिती,

सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी

9935599333

lenin@pvchr.asia 

                








उत्तर-प्रदेश के वाराणसी जिले की पुलकोहना निवासी महिला को उसके देवरों द्वारा जान से मारने का प्रयास करना और बार बार मार-पीट के मामले में पुलिस द्वारा न तो रिपोर्ट दर्ज की गयी व न ही कोइ कार्यवाही न किये जाने के सम्बन्ध में |

सेवा में,                                                  26 अप्रैल, 2013

पुलिस महानिदेशक,

उत्तर-प्रदेश,

लखनऊ |


विषय : उत्तर-प्रदेश के वाराणसी जिले की पुलकोहना निवासी महिला को उसके देवरों द्वारा जान से मारने का प्रयास करना और बार बार मार-पीट के मामले में पुलिस द्वारा न तो रिपोर्ट दर्ज की गयी व न ही कोइ कार्यवाही न किये जाने के सम्बन्ध में |


 महोदय,

      आपका ध्यान इस ओर आकृष्ट कराना चाहता हूँ कि पीडिता शायरा बीबी पत्नी अली अहमद निवासिनी सा 22/150, स्थित मुहल्ला-पुलकोहना, पुरानापुल, थाना-सारनाथ, वाराणसी, अपने पति और बच्चो के साथ रहती है | उसके पड़ोस में उसके अन्य देवर मुमताज़ अली, निसार अली, मोहम्मद कल्लू रहते है | ये सभी आये दिन किसी न किसी बात पर पीडिता व उसके परिवार से मार-पीट करते रहते है | ये लोग पीडिता व उसके परिवार को बार बार परेशान करते है ताकि ये लोग यहाँ से भाग जाय और उस मकान को आधी कीमत पर खरीद कर बेच दे |

      इसी के मद्देनजर इन कल्लू, मुमताज़ अली, निसार अली, रमजान अली  व कल्लू का लड़का राजू और उनके सहयोगी मोबिन ने दिनांक 22.09.2012 को सुबह 8 बजे पीडिता के घर पर चढ़ आये और गाली देने लगे उस समय पीडिता के पति अली अहमद घर से बाहर गए हुए थे घर पर पीडिता की दो बच्चिया कुमारी शबनम व कुमारी सुल्ताना परवीन ही घर पर थी कोइ भी पुरुष घर पर नहीं था | कल्लू व उसके साथ सभी उपरोक्त लोगो ने अली अहमद को गाली देते हुए कहा कि आज उसे ख़त्म कर देगे ताकि ये झगड़ा ही ख़त्म हो जाय इसके साथ ही ईट, पत्थर व लोहे की रॉड से घर का दरवाजा, सिलाई मशीन व बजाज डिस्कवर बाईक न० UP 65 AC 2941 को कूचने लगे साथ ही पीडिता व उसकी लड़कियों के विरोध करने पर उन्हें भी बहुत बुरी तरह से मारा-पीटा और उनके साथ अश्लील हरकते करने लगे | जिससे पीडिता व उसकी लड़किया मदद के लिए गुहार लगाने लगी और जोर जोर से चिल्लाने लगी, चीख सुनकर मोहल्ले के असगर अली, अकबर अली, मोहम्मद शोएब, मुरसलीन, अली हसन और अन्य मोहल्ले वाले इकटठा हो गए और बीच-बचाव करके उन लोगो की जान बचाई | जिससे वे लोग वहा से भाग गए लेकिन पीडिता के पति को जान से मारने की धमकी दे रहे थे | इस घटना में पीडिता व उसकी लड़कियों को गंभीर चोटे आयी | पीडिता नि अविलम्ब इस घटना की सूचना थाना सारनाथ पर दिया किन्तु पीडिता की कोइ रिपोर्ट नहीं लिखी गयी और उसे थाने से भगा दिया गया | जिसके बाद पीडिता ने पंडित दीं दयाल अस्पताल में अपना मेडिकल कराया और दवा लिया |

      इसके पश्चात पीडिता ने वरिष्ट पुलिस अधीक्षक, वाराणसी को भी लिखित शिकायती पत्र दिया | परन्तु उसके बाद भी पीडिता की रिपोर्ट नहीं लिखी गयी | जिसके बाद पीडिता ने न्यायालय के मार्फ़त FIR दर्ज कराई | परन्तु पुलिस ने अभी तक कोइ भी कार्यवाही दोषियों के खिलाफ नहीं की |

जिससे उनके हौसले और बुलन्द हो गए और पुनः दिनांक 17 अप्रैल, 2013 को पीडिता को दोषियों ने बुरी तरह से मारा-पीटा व अधमरा करा के छोड़ दिया |

अतः श्रीमान जी से अनुरोध है कि कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस को त्वरित कार्यवाही का आदेश दे जिससे दोषियों कि गिफ्तारी हो और पीडिता को न्याय मिल सके |

संलग्नक :

1.      वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लोकहित शिकायत की कापी |

2.      न्यायालय द्वारा दर्ज FIR की कापी |

 

भवदीय

डा0 लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार जननिगरानी समिती,

सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी

9935599333

lenin@pvchr.asia 

                









उत्तर-प्रदेश के वाराणसी जिले की पुलकोहना निवासी महिला को उसके देवरों द्वारा जान से मारने का प्रयास करना और बार बार मार-पीट के मामले में पुलिस द्वारा न तो रिपोर्ट दर्ज की गयी व न ही कोइ कार्यवाही न किये जाने के सम्बन्ध में |

सेवा में,                                     26 अप्रैल, 2013

अध्यक्ष महोदय,

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,

नई दिल्ली |


विषय : उत्तर-प्रदेश के वाराणसी जिले की पुलकोहना निवासी महिला को उसके देवरों द्वारा जान से मारने का प्रयास करना और बार बार मार-पीट के मामले में पुलिस द्वारा न तो रिपोर्ट दर्ज की गयी व न ही कोइ कार्यवाही न किये जाने के सम्बन्ध में |


महोदय,

      आपका ध्यान इस ओर आकृष्ट कराना चाहता हूँ कि पीडिता शायरा बीबी पत्नी अली अहमद निवासिनी सा 22/150, स्थित मुहल्ला-पुलकोहना, पुरानापुल, थाना-सारनाथ, वाराणसी, अपने पति और बच्चो के साथ रहती है | उसके पड़ोस में उसके अन्य देवर मुमताज़ अली, निसार अली, मोहम्मद कल्लू रहते है | ये सभी आये दिन किसी न किसी बात पर पीडिता व उसके परिवार से मार-पीट करते रहते है | ये लोग पीडिता व उसके परिवार को बार बार परेशान करते है ताकि ये लोग यहाँ से भाग जाय और उस मकान को आधी कीमत पर खरीद कर बेच दे |

      इसी के मद्देनजर इन कल्लू, मुमताज़ अली, निसार अली, रमजान अली  व कल्लू का लड़का राजू और उनके सहयोगी मोबिन ने दिनांक 22.09.2012 को सुबह 8 बजे पीडिता के घर पर चढ़ आये और गाली देने लगे उस समय पीडिता के पति अली अहमद घर से बाहर गए हुए थे घर पर पीडिता की दो बच्चिया कुमारी शबनम व कुमारी सुल्ताना परवीन ही घर पर थी कोइ भी पुरुष घर पर नहीं था | कल्लू व उसके साथ सभी उपरोक्त लोगो ने अली अहमद को गाली देते हुए कहा कि आज उसे ख़त्म कर देगे ताकि ये झगड़ा ही ख़त्म हो जाय इसके साथ ही ईट, पत्थर व लोहे की रॉड से घर का दरवाजा, सिलाई मशीन व बजाज डिस्कवर बाईक न० UP 65 AC 2941 को कूचने लगे साथ ही पीडिता व उसकी लड़कियों के विरोध करने पर उन्हें भी बहुत बुरी तरह से मारा-पीटा और उनके साथ अश्लील हरकते करने लगे | जिससे पीडिता व उसकी लड़किया मदद के लिए गुहार लगाने लगी और जोर जोर से चिल्लाने लगी, चीख सुनकर मोहल्ले के असगर अली, अकबर अली, मोहम्मद शोएब, मुरसलीन, अली हसन और अन्य मोहल्ले वाले इकटठा हो गए और बीच-बचाव करके उन लोगो की जान बचाई | जिससे वे लोग वहा से भाग गए लेकिन पीडिता के पति को जान से मारने की धमकी दे रहे थे | इस घटना में पीडिता व उसकी लड़कियों को गंभीर चोटे आयी | पीडिता नि अविलम्ब इस घटना की सूचना थाना सारनाथ पर दिया किन्तु पीडिता की कोइ रिपोर्ट नहीं लिखी गयी और उसे थाने से भगा दिया गया | जिसके बाद पीडिता ने पंडित दीं दयाल अस्पताल में अपना मेडिकल कराया और दवा लिया |

      इसके पश्चात पीडिता ने वरिष्ट पुलिस अधीक्षक, वाराणसी को भी लिखित शिकायती पत्र दिया | परन्तु उसके बाद भी पीडिता की रिपोर्ट नहीं लिखी गयी | जिसके बाद पीडिता ने न्यायालय के मार्फ़त FIR दर्ज कराई | परन्तु पुलिस ने अभी तक कोइ भी कार्यवाही दोषियों के खिलाफ नहीं की |

जिससे उनके हौसले और बुलन्द हो गए और पुनः दिनांक 17 अप्रैल, 2013 को पीडिता को दोषियों ने बुरी तरह से मारा-पीटा व अधमरा करा के छोड़ दिया |

अतः श्रीमान जी से अनुरोध है कि कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस को त्वरित कार्यवाही का आदेश दे जिससे दोषियों कि गिफ्तारी हो और पीडिता को न्याय मिल सके |

संलग्नक :

1.      वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लोकहित शिकायत की कापी |

2.      न्यायालय द्वारा दर्ज FIR की कापी |

 

भवदीय

डा0 लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार जननिगरानी समिती,

सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी

9935599333

lenin@pvchr.asia 

                



Thursday, April 25, 2013


http://www.pvchr.net/2013/04/attack-on-dr-lenin-by-three.html

On April 24, 2013 at around 8 pm three unidentified assailants knocked
at the house of Dr Lenin general secretary of PVCHR and called Dr
Lenin outside the house and then suddenly fired upon him with pistol
with the intention to kill Dr Lenin.

 Dr Lenin fortunately bent down and the bullet missed him but then
suddenly the other assailant took out a knife and attacked Dr Lenin on
his foot. After this all three assailants ran away taking advantage of
the darkness in the lane outside Dr Lenin’s house. Dr Lenin tried to
resist the assailants, also tried to catch them and even chased them
on his newly purchases scooty but at the end of the lane at the main
road construction was going on there was a JCB parked in the middle of
the road. The driver of the JCB came down attacked Dr Lenin and then
fled. Cops from Paharia police-out-post also came but no FIR was
registered neither any step was taken for security.

 Immediately letter through email was sent to Director General of
Police, Senior Superintendent of Police and National Human Rights
Commission.



Alert 
आपको यह अवगत कराना है कि आज दिनांक 24 अप्रैल, 2013 को रात 8.00 बजे सामाजिक कार्यकर्ता डा0 लेनिन, महासचिव, मानवाधिकार जाननिगरानी समिति पुत्र श्री सुरेन्द्र नाथ सिंह, निवासी सा4/२ए दौलतपुर, वाराणसी के ऊपर तीन अज्ञात हमलावरों ने जान से मारने की नियत से घर का दरवाजा खटखटाकर उन्हें बाहर बुलाया और फिर उनके ऊपर गोली चला दी | डा0 लेनिन झुक गए और गोली उन्हें नहीं लगी परन्तु तभी दूसरे हमलावर ने चाकू से पैर पर वार किया | इसके बाद तीनो हमलावर गली में अँधेरे का फ़ायदा उठाते हुए गली में भाग गयी | उन्होंने उन हमलावरों को पकड़ने की कोशिश की और उनके साथ हाथापाई में डा0 लेनिन को चोटे भी आई | इसके बाद वे वहा से भाग निकले | डा0 लेनिन ने अपनी नई खरीदी हुई स्कूटी से उनका पीछा लेकिन गली के बाहर दौलतपुर रोड पर चल रही खुदाई के लगी JCB का ड्राईवर ने उसको बीच रोड पर लगाकर डा0 लेनिन को रोक दिया और JCB से उतरकर डा0 लेनिन को मारना शुरू कर दिया और मारकर भाग निकला | पहाड़िया चौकी से पुलिस भी आयी थी परन्तु कोइ भी FIR दर्ज नहीं किया और न ही कोइ सुरक्षा की दृष्टी से कोइ कदम उठाया है |

Saturday, April 20, 2013



PVCHR MINORITY <minority.pvchr@gmail.com>
2:58 PM (25 minutes ago)
to pmosbLeninlenin
सेवा में                                          20 अप्रैल2013
माननीय प्रधानमंत्री महोदय,
भारत सरकार,
नई दिल्ली |

विषय उत्तर-प्रदेश के इटावा जिले के निवासी अदनान अहमद खान की ह्त्या कोर्ट परिसर में किये जाने और इटावा जिले के सिटी मजिस्ट्रेट व पेशकार द्वारा अपने पद का दुरुपयोग | (A Case Of Honor Killing)

महोदय,
आपका ध्यान इस और दिलाना चाहता हूँ कि अदनान अहमद खान पुत्र अख़लाक़ अहमद खान निवासी मोहल्ला साबित गंज थाना व कोतवाली इटावा ने कीर्ति मिश्रा उर्फ़ मुस्कान पुत्री अखिलेश मिश्रा निवासी त्रिवेणी नगर थाना अलीगंज लखनऊ से शादी की थी | कीर्ति मिश्रा उर्फ़ मुस्कान लगभग पिछले छ: महीने से लगातार अदनान के साथ उसके घर पर रह रही थी | अदनान व कीर्ति मिश्रा उर्फ़ मुस्कान ने इटावा के न्यायालय में सिटी मजिस्ट्रेट के कार्यालय में शादी के लिए आवेदन किया था |
लेकिन सिटी मजिस्ट्रेट सुरेन्द्र कुमार शर्मा ने लगातार कीर्ति उर्फ़ मुस्काब व अदनान को यह धमकी देते रहे और उनका उत्पीडन करते रहे | उन्हें तरह तरह से धमकी दी और कहा कि मै ये शादी नहीं होने दूंगा | देखता हूँ कि कैसे तुम हिन्दू पंडित होकर एक मुस्लिम से शादी करोगी | इसके अलावा वे पुलिस के जरिये भी उन्हें डरावाते रहे और उन्होंने पुलिस द्वारा उन लोगो को तीन महीने तक शहर न छोड़ने का हुक्म भी सुना दिया | साथ ही न्यायालय में पेशकार देवेन्द्र उर्फ़ पंकज सक्सेना ने भी कीर्ति को धमकाया कि क्या पंडितो में लडके नहीं है जो तुम एक मुस्लिम से शादी कर रही हो इसका अंजाम अच्छा नहीं होगा तुम्हे जिन्दगी भर पछताना पडेगा |
शादी रोकने की मंशा के तहत उन्हें लगभग चार महीने तक तारीख पर तारीख देते रहे और अंत में बिना कोइ कारण बताये उनका आवेदन खारिज कर दिया | इसके साथ ही उन लोगो कोसिटी मजिस्ट्रेट द्वारा पुनः शादी का दूसरा आवेदन दाखिल करने के लिए दिनांक 23, फरवरी, 2013 को न्यायालय में बुलवाया | जिसके बाद तय तिथि को दोनों ने वकील के माध्यम से 11 बजे सुबह शादी का आवेदन दाखिल कर दिया परन्तु उसके बावजूद भी सिटी मजिस्ट्रेट व पेशकार ने उन्हें 4 घंटे तक वही कार्यालय में बिठाये रखा | साथ ही पेशकार ने पुनः अंजाम भुगतने की धमकी कीर्ति को दी |
लोकसेवक होते हुए भी सिटी मजिस्ट्रेट व पेशकार ने अपने पद की गरिमा न रखते हुए उसका दुरुपयोग करते हुए उन दोनों के साथ भेद-भाव किया और जानबूझ कर दोनों की शादी में अडंगा लगाया |
ठीक उसी दिन जब दोनों सिटी मजिस्ट्रेट के कार्यालय से निकलकर घर जा रहे थे तभी कलेक्ट्रेट परिसर के ठीक पीछे दिन-दहाड़े बाईक सवार ने अदनान को गोली मार दी जिससे उसकी मृत्यु हो गयी | कीर्ति मिश्रा ने उस हमलावर की पहचान विशाल यादव के रूप में की | साथ ही कीर्ति मिश्रा ने अपने परिवार के साथ ही सिटी मजिस्ट्रेट व पेशकार पर भी ह्त्या की आशंका जाहिर की | उसने कहा कि जानबूझकर उन्हें उसी दिन बुलाया गया और अदनान की ह्त्या करा दी गयी | साथ ही कीर्ति मिश्रा उर्फ़ मुस्कान ने यह भी आरोप लगाया है कि सिटी मजिस्ट्रेट व पेशकार की बात चीत उसके घर वालो से भी होती थी तथा वे दोनों उसके घर वालो को भी भड़काते थे |
अतः आपसे निवेदन है कि उपरोक्त तथ्यों को देखते हुए कृपया सिटी मजिस्ट्रेट सुरेन्द्र कुमार शर्मा व पेशकार देवेन्द्र उर्फ़ पंकज सक्सेना के संदेहास्पद भूमिका की जाँच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराते हुए पीडिता को उचित मुआवजा व सरकारी नौकरी दिलाई जाय | साथ ही पुलिस द्वारा इस केस में त्वरित कार्यवाही का आदेश दिया जाय और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाय |  

संलग्नक : विभिन्न अखबार की कापी |  


भवदीय

डा0 लेनिन

महासचिव
मानवाधिकार जननिगरानी समिती
सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी 



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