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सेवा में, 20 अप्रैल, 2013
अध्यक्ष महोदय,
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,
नई दिल्ली |
विषय : उत्तर-प्रदेश के इटावा जिले के निवासी अदनान अहमद खान की ह्त्या कोर्ट परिसर में किये जाने और इटावा जिले के सिटी मजिस्ट्रेट व पेशकार द्वारा अपने पद का दुरुपयोग | (A Case Of Honor Killing)
महोदय,
आपका ध्यान इस और दिलाना चाहता हूँ कि अदनान अहमद खान पुत्र अख़लाक़ अहमद खान निवासी मोहल्ला साबित गंज थाना व कोतवाली इटावा ने कीर्ति मिश्रा उर्फ़ मुस्कान पुत्री अखिलेश मिश्रा निवासी त्रिवेणी नगर थाना अलीगंज लखनऊ से शादी की थी | कीर्ति मिश्रा उर्फ़ मुस्कान लगभग पिछले छ: महीने से लगातार अदनान के साथ उसके घर पर रह रही थी | अदनान व कीर्ति मिश्रा उर्फ़ मुस्कान ने इटावा के न्यायालय में सिटी मजिस्ट्रेट के कार्यालय में शादी के लिए आवेदन किया था |
लेकिन सिटी मजिस्ट्रेट सुरेन्द्र कुमार शर्मा ने लगातार कीर्ति उर्फ़ मुस्काब व अदनान को यह धमकी देते रहे और उनका उत्पीडन करते रहे | उन्हें तरह तरह से धमकी दी और कहा कि मै ये शादी नहीं होने दूंगा | देखता हूँ कि कैसे तुम हिन्दू पंडित होकर एक मुस्लिम से शादी करोगी | इसके अलावा वे पुलिस के जरिये भी उन्हें डरावाते रहे और उन्होंने पुलिस द्वारा उन लोगो को तीन महीने तक शहर न छोड़ने का हुक्म भी सुना दिया | साथ ही न्यायालय में पेशकार देवेन्द्र उर्फ़ पंकज सक्सेना ने भी कीर्ति को धमकाया कि क्या पंडितो में लडके नहीं है जो तुम एक मुस्लिम से शादी कर रही हो इसका अंजाम अच्छा नहीं होगा तुम्हे जिन्दगी भर पछताना पडेगा |
शादी रोकने की मंशा के तहत उन्हें लगभग चार महीने तक तारीख पर तारीख देते रहे और अंत में बिना कोइ कारण बताये उनका आवेदन खारिज कर दिया | इसके साथ ही उन लोगो कोसिटी मजिस्ट्रेट द्वारा पुनः शादी का दूसरा आवेदन दाखिल करने के लिए दिनांक 23, फरवरी, 2013 को न्यायालय में बुलवाया | जिसके बाद तय तिथि को दोनों ने वकील के माध्यम से 11 बजे सुबह शादी का आवेदन दाखिल कर दिया परन्तु उसके बावजूद भी सिटी मजिस्ट्रेट व पेशकार ने उन्हें 4 घंटे तक वही कार्यालय में बिठाये रखा | साथ ही पेशकार ने पुनः अंजाम भुगतने की धमकी कीर्ति को दी |
लोकसेवक होते हुए भी सिटी मजिस्ट्रेट व पेशकार ने अपने पद की गरिमा न रखते हुए उसका दुरुपयोग करते हुए उन दोनों के साथ भेद-भाव किया और जानबूझ कर दोनों की शादी में अडंगा लगाया |
ठीक उसी दिन जब दोनों सिटी मजिस्ट्रेट के कार्यालय से निकलकर घर जा रहे थे तभी कलेक्ट्रेट परिसर के ठीक पीछे दिन-दहाड़े बाईक सवार ने अदनान को गोली मार दी जिससे उसकी मृत्यु हो गयी | कीर्ति मिश्रा ने उस हमलावर की पहचान विशाल यादव के रूप में की | साथ ही कीर्ति मिश्रा ने अपने परिवार के साथ ही सिटी मजिस्ट्रेट व पेशकार पर भी ह्त्या की आशंका जाहिर की | उसने कहा कि जानबूझकर उन्हें उसी दिन बुलाया गया और अदनान की ह्त्या करा दी गयी | साथ ही कीर्ति मिश्रा उर्फ़ मुस्कान ने यह भी आरोप लगाया है कि सिटी मजिस्ट्रेट व पेशकार की बात चीत उसके घर वालो से भी होती थी तथा वे दोनों उसके घर वालो को भी भड़काते थे |
अतः आपसे निवेदन है कि उपरोक्त तथ्यों को देखते हुए कृपया सिटी मजिस्ट्रेट सुरेन्द्र कुमार शर्मा व पेशकार देवेन्द्र उर्फ़ पंकज सक्सेना के संदेहास्पद भूमिका की जाँच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराते हुए पीडिता को उचित मुआवजा व सरकारी नौकरी दिलाई जाय | साथ ही पुलिस द्वारा इस केस में त्वरित कार्यवाही का आदेश दिया जाय और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाय |
संलग्नक : विभिन्न अखबार की कापी |
भवदीय
डा0 लेनिन
महासचिव
मानवाधिकार जननिगरानी समिती
सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी
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