सेवा में, 26 अप्रैल, 2013
माननीय मुख्यमंत्री महोदय,
उत्तर-प्रदेश सरकार |
विषय : उत्तर-प्रदेश के वाराणसी जिले की पुलकोहना निवासी महिला को उसके देवरों द्वारा जान से मारने का प्रयास करना और बार बार मार-पीट के मामले में पुलिस द्वारा न तो रिपोर्ट दर्ज की गयी व न ही कोइ कार्यवाही न किये जाने के सम्बन्ध में |
महोदय,
आपका ध्यान इस ओर आकृष्ट कराना चाहता हूँ कि पीडिता शायरा बीबी पत्नी अली अहमद निवासिनी सा 22/150, स्थित मुहल्ला-पुलकोहना, पुरानापुल, थाना-सारनाथ, वाराणसी, अपने पति और बच्चो के साथ रहती है | उसके पड़ोस में उसके अन्य देवर मुमताज़ अली, निसार अली, मोहम्मद कल्लू रहते है | ये सभी आये दिन किसी न किसी बात पर पीडिता व उसके परिवार से मार-पीट करते रहते है | ये लोग पीडिता व उसके परिवार को बार बार परेशान करते है ताकि ये लोग यहाँ से भाग जाय और उस मकान को आधी कीमत पर खरीद कर बेच दे |
इसी के मद्देनजर इन कल्लू, मुमताज़ अली, निसार अली, रमजान अली व कल्लू का लड़का राजू और उनके सहयोगी मोबिन ने दिनांक 22.09.2012 को सुबह 8 बजे पीडिता के घर पर चढ़ आये और गाली देने लगे उस समय पीडिता के पति अली अहमद घर से बाहर गए हुए थे घर पर पीडिता की दो बच्चिया कुमारी शबनम व कुमारी सुल्ताना परवीन ही घर पर थी कोइ भी पुरुष घर पर नहीं था | कल्लू व उसके साथ सभी उपरोक्त लोगो ने अली अहमद को गाली देते हुए कहा कि आज उसे ख़त्म कर देगे ताकि ये झगड़ा ही ख़त्म हो जाय इसके साथ ही ईट, पत्थर व लोहे की रॉड से घर का दरवाजा, सिलाई मशीन व बजाज डिस्कवर बाईक न० UP 65 AC 2941 को कूचने लगे साथ ही पीडिता व उसकी लड़कियों के विरोध करने पर उन्हें भी बहुत बुरी तरह से मारा-पीटा और उनके साथ अश्लील हरकते करने लगे | जिससे पीडिता व उसकी लड़किया मदद के लिए गुहार लगाने लगी और जोर जोर से चिल्लाने लगी, चीख सुनकर मोहल्ले के असगर अली, अकबर अली, मोहम्मद शोएब, मुरसलीन, अली हसन और अन्य मोहल्ले वाले इकटठा हो गए और बीच-बचाव करके उन लोगो की जान बचाई | जिससे वे लोग वहा से भाग गए लेकिन पीडिता के पति को जान से मारने की धमकी दे रहे थे | इस घटना में पीडिता व उसकी लड़कियों को गंभीर चोटे आयी | पीडिता नि अविलम्ब इस घटना की सूचना थाना सारनाथ पर दिया किन्तु पीडिता की कोइ रिपोर्ट नहीं लिखी गयी और उसे थाने से भगा दिया गया | जिसके बाद पीडिता ने पंडित दीं दयाल अस्पताल में अपना मेडिकल कराया और दवा लिया |
इसके पश्चात पीडिता ने वरिष्ट पुलिस अधीक्षक, वाराणसी को भी लिखित शिकायती पत्र दिया | परन्तु उसके बाद भी पीडिता की रिपोर्ट नहीं लिखी गयी | जिसके बाद पीडिता ने न्यायालय के मार्फ़त FIR दर्ज कराई | परन्तु पुलिस ने अभी तक कोइ भी कार्यवाही दोषियों के खिलाफ नहीं की |
जिससे उनके हौसले और बुलन्द हो गए और पुनः दिनांक 17 अप्रैल, 2013 को पीडिता को दोषियों ने बुरी तरह से मारा-पीटा व अधमरा करा के छोड़ दिया |
अतः श्रीमान जी से अनुरोध है कि कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस को त्वरित कार्यवाही का आदेश दे जिससे दोषियों कि गिफ्तारी हो और पीडिता को न्याय मिल सके |
संलग्नक :
1. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लोकहित शिकायत की कापी |
2. न्यायालय द्वारा दर्ज FIR की कापी |
भवदीय
डा0 लेनिन
महासचिव
मानवाधिकार जननिगरानी समिती,
सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी
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