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Reducing police torture against Muslim at Grass root level by engaging and strengthening Human Rights institutions in India

Friday, September 6, 2013

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में मुडाली थाना क्षेत्र के जिसौरी में मछली मारने केा लेकर हुए विवाद में एक युवक व गर्भवती युवती पर गोलियां चलायी गयी, अभियुक्तों के खिलाफ एफ0आई0आर0 होने के बाद पुलिस द्वारा कार्यवाही न किये जाने के सन्दर्भ में।

सेवा में,                                       6 सितम्बर, 2013

श्रीमान् अध्यक्ष महोदय

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,

नई दिल्ली।

विषय:- उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में मुडाली थाना क्षेत्र के जिसौरी में मछली मारने केा लेकर हुए विवाद में एक युवक व गर्भवती युवती पर गोलियां चलायी गयी, अभियुक्तों के खिलाफ एफ0आई0आर0 होने के बाद पुलिस द्वारा कार्यवाही न किये जाने के सन्दर्भ में।

महोयद,

आपको यह अवगत कराना है कि उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के मुंडाली थाना क्षेत्र के जिसौरी गांव के निवासी अंसार पुत्र-जहीर का भाई अफसार दिनांक 17 अगस्त, 2012 की शाम 6 बजे के लगभग तालाब पर मछलियां मार रहा था। इतने में वहाँ गांव के ही कुछ दबंग युवक आसिफ, असरफ पुत्र-मंजूर व नाजिम पुत्र-रियासत तथा रहीसुल पुत्र-लियाकत आ गये व अफसार द्वारा मछलियां मारकर खुद लेने की बात करने लगे। अफसार के इनकार करने पर युवकों ने गाली-गलौज व हाथापाई होने लगी, इतने में अफसार की भाभी जो 8 माह की गर्भवती थी बीच-बचाव करने लगी, युवको ने अफसार के साथ-साथ उसकी भाभी को भी मारा-पिटा।

इतना ही नहीं अभियुक्त अफसार के कहने पर आशिफ ने 315 का तमंचा निकालकर अफसार को गोली मार दिया। अफसार खुन से लतफत वहीं गिर पड़ा उसकी भाभी भी बेहोश हो चुकी थी। इतने में अफसार का भाई अनसार वहाँ आ पहुँचा और दोनों को उसी अवस्था में थाने ले गया और पुलिस ने एफ0आई0आर0 दर्ज नही की, बल्कि समझौता के लिए पीडित पर दबाव बनाने लगी और घायलों को अस्पताल ले जाने में भी लापरवाही दिखाने लगी।

अंसार के किसी तरह दोनों को जिला अस्पताल ले जाने के बाद भी डाक्टरों द्वारा पुलिस केस बताकर इजाल से इंकार कर दिया गया। पुलिस व डाक्टरों की संवेदनहीनता के शिकार हुए शख्स वही बदहवास तड़पते रहे 8 माह की गर्भवती दर्द से कराहती रही लेकिन डाक्टरों व पुलिस कर्मियों को उनकी चीख नहीं सुनायी पड़ी।

अंसार मुंडाली थाने के एस0एस0पी0 को प्रार्थना पत्र दिया जिससे दोनों पीडितों का एफ0आई0आर0 दर्ज हुआ और इलाज प्रारम्भ हुआ। अंसार ने चारों युवको के खिलाफ 304 व 323 के तहत मुकदमा दायर किया। फिर भी पुलिस कार्यवाही में लापरवाही दिखा रही है। इधर अभियुक्तों द्वारा मुकदमा वापस लेने के लिए अंसार के ऊपर दबाव व जान से मारने की धमकी दी जा रही है।

अतः आपसे निवेदन है कि सम्बन्धित घटना की जांच कर मामले को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस प्रशासन पर अभियुक्तों के गिरफ्तारी का दबाव बनाया जाय | साथ ही गर्भवती पीडिता को उचित मुआवजा दिलाया जाय |

 

भवदीय

डा0 लेनिन

महासचिव,

मानवाधिकार जननिगरानी समिति,

सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी,

+91-9935599333

 

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