अध्यक्ष,
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग,
नई दिल्ली।
विषय : जिला सोनभद्र और मिर्जापुर मे आकाशीय विजली गिरने से मरे लोगो के परिजनो को मुआवजा की माँग के सम्बन्ध मे।
महोदय,
आपका ध्यान इस खबर की ओर आकृष्ट कराना चाहता हूँ कि विंध्य मंडल के सोनभद्र व मीरजापुर जनपदों में मंगलवार को आकाशीय बिजली कहर बन कर गिरी जिससे छह महिलाओं समेत चौदह लोगों की मौत हो गयी जबकि कई अन्य बुरी तरह झुलस गए। मीरजापुर जनपद के पड़री, मडि़हान, विंध्याचल व चुनार क्षेत्रों के दर्जनभर गांवों में आकाशीय बिजली से भाई-बहन सहित 11 लोगों ने दम तोड़ दिया। इस दौरान तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए। दिन में लगभग डेढ़ बजे अचानक बादल घिर आए। थोड़ी ही देर में तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई। इस दौरान गरज के साथ गिरी आकाशीय बिजली से पड़री क्षेत्र के सिद्धी गांव निवासी गुल मोहम्मद (32), गौरा विसेन निवासी रिंकू (16) व रेखा (25), शिवसूरत (50), मुरली पाल (45), सुनील कुमार (18) निवासी मडि़हान, बालचंद (40) बैरहवा, सरिता (15) निवासी सुखनई, गीता देवी (35) निवासी महुआरी बघेलपुरवां विंध्याचल और उसरी खमरिया गांव के कैलाश (17) पुत्र जमुना कोल और बबलू (14) पुत्र ओमप्रकाश की मौत हो गई। सरिता कक्षा दस की छात्रा थी जबकि रिंकू व रेखा भाई-बहन थे। वहीं पड़री के बिसेन गांव के ही कैलाश (55), रमवंती (48) व चुनार निवासी बन्नी देवी (38) गंभीर रूप से झुलस गए। उन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। वहीं सोनभद्र में वज्रपात से तीन महिलाओं ने दम तोड़ दिया। घोरावल स्थित तेंदुहार गांव में अपराह्न गुलाबी देवी (58), बतसिया (55) व संजू (16) सुबह खेत में मजदूरी करने गईं थीं। तीन बजे काले बादलों ने आसमान में घेरा डाला और तेज हवा चलने लगी तो उन्होंने घर की राह पकड़ ली। वे गांव की सरहद पर पहुंचीं ही थीं कि तभी कड़क के साथ बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने के लिए तीनों महिलाएं सड़क किनारे तेंदू के पेड़ के नीचे खड़ी हो गई। करीब 10 मिनट बाद ही पेड़ पर आकाशीय बिजली गिरी। उसकी चपेट में आने से तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। वज्रपात का कहर ऐसा था कि वहां से करीब 50 मीटर दूर सड़क पर जा रही जिरवा (28) भी झुलस गई।
अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि इस प्राकृतिक घटना को संज्ञान मे लेते हुये जाँच कराते हुये मृतको के परिजनो एवम घायलो को मुआवजा दिलाने हेतु जिला प्रशासन को निर्देशित करने की कृपा करे। साथ ही मानवीय संवेदना हेतु भिन्न - भिन्न सामाजिक कल्याण योजनाओ से जोडने का आदेश दे जिससे पीडित परिवार जनो को आत्मबल के साथ जीवन जीने की अधिकार सुनिश्चित हो सके !
भवदीय
(डा0 लेनिन)
महासचिव,
मानवाधिकार जन निगरानी समिति,
वाराणसी - 221002,
उत्तर प्रदेश - भारत !
मो0 न0 - +91 - 9935599333.
ई - मेल - lenin@pvchr.asia.
3 October,2012
बनारस | पृष्ठ : 1 | ||||||
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जागरण टीम, वाराणसी : विंध्य मंडल के सोनभद्र व मीरजापुर जनपदों में मंगलवार को आकाशीय बिजली कहर बन गई। इसने छह महिलाओं समेत चौदह लोगों को मौत की नींद सुला दिया जबकि कई अन्य बुरी तरह झुलस गए। मीरजापुर जनपद के पड़री, मडि़हान, विंध्याचल व चुनार क्षेत्रों के दर्जनभर गांवों में आकाशीय बिजली से भाई-बहन सहित 11 लोगों ने दम तोड़ दिया। इस दौरान तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए। दिन में लगभग डेढ़ बजे अचानक बादल घिर आए। थोड़ी ही देर में तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई। इस दौरान गरज के साथ गिरी आकाशीय बिजली से पड़री क्षेत्र के सिद्धी गांव निवासी गुल मोहम्मद (32), गौरा विसेन निवासी रिंकू (16) व रेखा (25), शिवसूरत (50), मुरली पाल (45), सुनील कुमार (18) निवासी मडि़हान, बालचंद (40) बैरहवा, सरिता (15) निवासी सुखनई, गीता देवी (35) निवासी महुआरी बघेलपुरवां विंध्याचल और उसरी खमरिया गांव के कैलाश (17) पुत्र जमुना कोल और बबलू (14) पुत्र ओमप्रकाश की मौत हो गई। सरिता कक्षा दस की छात्रा थी जबकि रिंकू व रेखा भाई-बहन थे। वहीं पड़री के बिसेन गांव के ही कैलाश (55), रमवंती (48) व चुनार निवासी बन्नी देवी (38) गंभीर रूप से झुलस गए। उन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। वहीं सोनभद्र में वज्रपात से तीन महिलाओं ने दम तोड़ दिया। घोरावल स्थित तेंदुहार गांव में अपराह्न गुलाबी देवी (58), बतसिया (55) व संजू (16) सुबह खेत में मजदूरी करने गईं थीं। तीन बजे काले बादलों ने आसमान में घेरा डाला और तेज हवा चलने लगी तो उन्होंने घर की राह पकड़ ली। वे गांव की सरहद पर पहुंचीं ही थीं कि तभी कड़क के साथ बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने के लिए तीनों महिलाएं सड़क किनारे तेंदू के पेड़ के नीचे खड़ी हो गई। करीब 10 मिनट बाद ही पेड़ पर आकाशीय बिजली गिरी। उसकी चपेट में आने से तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। वज्रपात का कहर ऐसा था कि वहां से करीब 50 मीटर दूर सड़क पर जा रही जिरवा (28) भी झुलस गई।
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