PVCHR initiative supported by EU

Reducing police torture against Muslim at Grass root level by engaging and strengthening Human Rights institutions in India

Tuesday, October 23, 2012

Fwd: भारत सरकार द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज योजनान्तर्गत हथकरघा बुनकरों के दिनांक 31.03.2012 तक रुपये 50000/- के कर्ज माफी के बाबत बैंको से जानकारी मांगे जाने के बावजूद पंजाब नेशनल बैंक, वाराणसी द्वारा जानकारी उपलब्ध ना कराना और कर्ज वसूली के लिए खातेद



---------- Forwarded message ----------
From: PVCHR MINORITY <minority.pvchr@gmail.com>
Date: 2012/10/23
Subject: भारत सरकार द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज योजनान्तर्गत हथकरघा बुनकरों के दिनांक 31.03.2012 तक रुपये 50000/- के कर्ज माफी के बाबत बैंको से जानकारी मांगे जाने के बावजूद पंजाब नेशनल बैंक, वाराणसी द्वारा जानकारी उपलब्ध ना कराना और कर्ज वसूली के लिए खातेदारों
To: cmd@pnb.co.in
Cc: helpprd@rbi.org.in, ushathorat@rbi.org.in, pmosb@nic.in, akpnhrc@yahoo.com, cmup@nic.in, cmup@up.nic.in, csup@up.nic.in, yadavakhilesh@gmail.com, minority.pvchr.india@blogger.com, home ministry of india <websitemhaweb@nic.in>, sspvns@up.nic.in, IG Zone Police Varanasi <igzonevns-up@nic.in>, dmvar@up.nic.in, commvar@up.nic.in, office@rahulgandhi.in, murli@sansad.nic.in, presidentofindia@rb.nic.in, soniagandhi@sansad.nic.in, supremecourt@nic.in, cj@allahabadhighcourt.in, dchl@nic.in, mdn@nic.in, madhavi.das@nic.in, nitingadkari@email.com, ali.anwar@sansad.nic.in, min-sje@sb.nic.in, Lenin Raghuvanshi <pvchr.india@gmail.com>, lenin@pvchr.asia


सेवा मे,                      दिनांक : 23 अक्टूबर, 2012  

मुख्य प्रबन्धकीय निदेशक
पंजाब नेशनल बैंक,
नई दिल्ली |

विषय : भारत सरकार द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज योजनान्तर्गत हथकरघा बुनकरों के दिनांक 31.03.2012 तक रुपये 50000/- के कर्ज माफी के बाबत बैंको से जानकारी मांगे जाने के बावजूद पंजाब नेशनल बैंक, वाराणसी द्वारा जानकारी उपलब्ध ना कराना और कर्ज वसूली के लिए खातेदारों को धमकी देने के सन्दर्भ मे |

महोदय,
आपको यह अवगत कराना चाहता हूँ कि जैसा कि भारत सरकार द्वारा घोषित पैकेज योजनान्तर्गत हथकरघा बुनकरों के दिनांक 31.03.2012 तक रुपये 50000/- के कर्ज माफी के बाबत जिले स्तर पर सभी बैंको से प्रशासन द्वारा बुनकर खातेदारों के विषय मे कितने लोग के ऊपर कर्ज है, किस प्रकार का कर्ज है और कितना है| इस बाबत जानकारी सभी बैंको से माँगी गयी थी जिसके उपरांत वाराणसी के सभी बैंको ने यह सूची प्रशासन को भेज दी लेकिन पंजाब नेशनल बैंक वाराणसी ने अभी तक कोइ भी सूची प्रशासन को नहीं भेजी है |
       बल्कि कुछ अधिकारियों और अमीन के मिलीभगत से कर्जदार बुनकरों के घर पर जा कर उनसे जबरदस्ती वसूली की जा रही है और उन्हें कोइ भी रसीद नहीं दी जा रही है और पैसा ना देने पर उन्हें जेल भेजने की धमकी दी जा रही है और उनके और उनके परिवार के साथ बदसलूकी की जा रही है | जिससे गरीब बुनकर बहुत घबराया हुआ है | बहुत से बुनकर सूदखोरों से कर्ज लेने और आत्म ह्त्या करने जैसी बात भी सोच रहे है |
अतः आपसे अनुरोध है कि कृपया आप इसे संज्ञान मे लेते हुए इस पर कठोर कार्यवाही का निर्देश दे ताकि गरीब बुनकरों का शोषण ना हो और दोषियों को सजा मिले |

भवदीय
डा० लेनिन
महासचिव
मानवाधिकार जननिगरानी समिती
सा ४/२ ए दौलतपुर, वाराणसी
  



भारत सरकार द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज योजनान्तर्गत हथकरघा बुनकरों के दिनांक 31.03.2012 तक रुपये 50000/- के कर्ज माफी के बाबत बैंको से जानकारी मांगे जाने के बावजूद पंजाब नेशनल बैंक, वाराणसी द्वारा जानकारी उपलब्ध ना कराना और कर्ज वसूली के लिए खातेदारों

सेवा मे,                      दिनांक : 23 अक्टूबर, 2012  


मुख्य प्रबन्धकीय निदेशक

पंजाब नेशनल बैंक,

नई दिल्ली |


विषय : भारत सरकार द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज योजनान्तर्गत हथकरघा बुनकरों के दिनांक 31.03.2012 तक रुपये 50000/- के कर्ज माफी के बाबत बैंको से जानकारी मांगे जाने के बावजूद पंजाब नेशनल बैंक, वाराणसी द्वारा जानकारी उपलब्ध ना कराना और कर्ज वसूली के लिए खातेदारों को धमकी देने के सन्दर्भ मे |


महोदय,

आपको यह अवगत कराना चाहता हूँ कि जैसा कि भारत सरकार द्वारा घोषित पैकेज योजनान्तर्गत हथकरघा बुनकरों के दिनांक 31.03.2012 तक रुपये 50000/- के कर्ज माफी के बाबत जिले स्तर पर सभी बैंको से प्रशासन द्वारा बुनकर खातेदारों के विषय मे कितने लोग के ऊपर कर्ज है, किस प्रकार का कर्ज है और कितना है| इस बाबत जानकारी सभी बैंको से माँगी गयी थी जिसके उपरांत वाराणसी के सभी बैंको ने यह सूची प्रशासन को भेज दी लेकिन पंजाब नेशनल बैंक वाराणसी ने अभी तक कोइ भी सूची प्रशासन को नहीं भेजी है |
       बल्कि कुछ अधिकारियों और अमीन के मिलीभगत से कर्जदार बुनकरों के घर पर जा कर उनसे जबरदस्ती वसूली की जा रही है और उन्हें कोइ भी रसीद नहीं दी जा रही है और पैसा ना देने पर उन्हें जेल भेजने की धमकी दी जा रही है और उनके और उनके परिवार के साथ बदसलूकी की जा रही है | जिससे गरीब बुनकर बहुत घबराया हुआ है | बहुत से बुनकर सूदखोरों से कर्ज लेने और आत्म ह्त्या करने जैसी बात भी सोच रहे है |

अतः आपसे अनुरोध है कि कृपया आप इसे संज्ञान मे लेते हुए इस पर कठोर कार्यवाही का निर्देश दे ताकि गरीब बुनकरों का शोषण ना हो और दोषियों को सजा मिले |

 

भवदीय

डा० लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार जननिगरानी समिती

सा ४/२ ए दौलतपुर, वाराणसी

  



Saturday, October 20, 2012

Open Letter to Prime Minister of India and Chief Ministers of All States in India for setting up the active and vibrant Human Rights Courts

PVCHR: Open Letter to Prime Minister of India and Chief M...: http://www.pvchr.asia/?id=121 To, Prime Minister of India and Chief Ministers of All States in India. Dear Sirs/ Madams, Greeting...

Friday, October 19, 2012

अलीगढ़ कोतवाली क्षेत्र के एक निर्दोष वृद्ध 75 वर्षीय बंगाली खां को चोरी के आरोप में जेल भेजने और रिहाई के लिए पुलिस द्वारा घूस मांगने और सुलह के लिए धमकी देने के सम्बन्ध मे |

सेवा मे,          दिनांक : २० अक्टूबर, २०१२

अध्यक्ष,

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,

नई दिल्ली |

 

विषय :विषय : अलीगढ़ कोतवाली क्षेत्र के एक निर्दोष वृद्ध 75 वर्षीय बंगाली खां को चोरी के आरोप में जेल भेजने और रिहाई के लिए पुलिस द्वारा घूस मांगने और सुलह के लिए धमकी देने के सम्बन्ध मे |

 

महोदय,

आपका ध्यान दिनांक १८ अक्टूबर, २०१२ के दैनिक अखबार दैनिक जागरण के इस समाचार "निर्दोष को भेजा जेल मांग रहा 20 हजार" की और आकृष्ट कराना चाहता हूँ कि अलीगढ़ कोतवाली क्षेत्र के भुजपुरा के 75 वर्षीय बंगाली खां के बेटे ने एसएसपी को बताया कि सोमवार को भुजपुरा चौकी इंचार्ज साइकिल चोरी के आरोपी की तलाश में थे। वारंट पर निसार पुत्र बजरुद्दीन लिखा था लेकिन चौकी इंचार्ज उसके पिता को पकड़ कर चौकी ले गए। जब परिजन चौकी पहुंचे तो बताया गया कि बंगाली खां को चोरी के आरोप में जेल भेज दिया गया है। परिजनों ने चौकी इंचार्ज को बंगाली खां का वोटर आईडी कार्ड और राशन कार्ड दिखाया किंतु चौकी इंचार्ज ने कहा कि 20 हजार रुपये लाओ तो बंगाली खां को छोड़ दूंगा।

इस खबर प्रकाशत होने के बाद कुछ पुलिस वाले बंगाली खां के घर पर जाकर उसके परिवार को सुलह करने की धमकी दे रहे है और कह रहे है कि यदि सुलह नहीं करोगे तो डकैती के केस मे पूरे परिवार को अन्दर कर देंगे | जिससे उसके घर के पुरुष सदस्य घर छोड़कर अन्यत्र रहने को मजबूर है |

अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि कृपया इस मामले को संज्ञान मे लेते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ एफ. आई. आर का आदेश दे और निर्दोष बंगाली खां को छुड़वाने की कृपा करे साथ ही उसके मानसिक और शारीरिक उत्पीडन के लिए उसे मुआवजा दिलाने की कृपा करे |    

 

संलग्नक :

http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=12&edition=2012-10-18&pageno=10#id=111752678872552024_12_2012-10-18

 

भवदीय

डा० लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार जननिगरानी समिती

सा ४/२ ए दौलतपुर, वाराणसी 

lenin@pvchr.asia 


 

निर्दोष को भेजा जेल मांग रहा 20 हजार

अलीगढ़ : कोतवाली क्षेत्र के एक निर्दोष वृद्ध को चोरी के आरोप में जेल भेजने और रिहाई के लिए घूस मांगने का आरोप भुजपुरा चौकी इंचार्ज पर लगा है। एसएसपी पीयूष मोर्डिया ने एएसपी पवन कुमार को जांच सौंपी है। भुजपुरा के 75 वर्षीय बंगाली खां के बेटे ने एसएसपी को बताया कि सोमवार को भुजपुरा चौकी इंचार्ज साइकिल चोरी के आरोपी की तलाश में थे। वारंट पर निसार पुत्र बजरुद्दीन लिखा था लेकिन चौकी इंचार्ज उसके पिता को पकड़ कर चौकी ले गए। जब परिजन चौकी पहुंचे तो बताया गया कि बंगाली खां को चोरी के आरोप में जेल भेज दिया गया है। परिजनों ने चौकी इंचार्ज को बंगाली खां का वोटर आईडी कार्ड और राशन कार्ड दिखाया किंतु चौकी इंचार्ज ने कहा कि 20 हजार रुपये लाओ तो बंगाली खां को छोड़ दूंगा।

 



Salute to great missionary individuals in PVCHR are active for VMG of PVCHR

PVCHR: Salute to great missionary individuals in PVCHR ar...: As a ED and founder of PVCHR, I am thinking very seriously about commitment ( http://www.uri.edu/research/lrc/scholl/webnotes/Commitment.ht...

Tuesday, October 16, 2012

आजमगढ़ जिले के देवगांव कोतवाली क्षेत्र लालगंज कस्बे के रहने वाले २ युवको को नौकरी के नाम पर महाराष्ट्र प्रांत के औरंगाबाद ले जाकर युवकों को बंधक बनाये जाने के सम्बन्ध मे |

सेवा मे,                        दिनांक : १६ अक्टूबर, २०१२


अध्यक्ष महोदय,

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,

नई दिल्ली |


विषय : आजमगढ़ जिले के देवगांव कोतवाली क्षेत्र लालगंज कस्बे के रहने वाले २ युवको को  नौकरी के नाम पर महाराष्ट्र प्रांत के औरंगाबाद ले जाकर युवकों को बंधक बनाये जाने के सम्बन्ध मे |

 

महोदय,

      आपका ध्यान दिनांक १६ अक्टूबर, २०१२ के दैनिक अखबार अमर उजाला के इस खबर" नौकरी के नाम पर औरंगाबाद ले जाकर युवकों को बंधक बनाया" की और आकृष्ट कराना चाहता हूँ |

आजमगढ़ जिले के देवगांव कोतवाली क्षेत्र लालगंज कस्बे के रहने वाले २ युवको को  रोजगार के नाम पर युवकों से कहीं धन ऐंठा जा रहा, कहीं वे जालसाजों के चंगुल में फंसकर जान पर खतरा मोल ले रहे। ऐसा ही एक मामला लालगंज कस्बे में उस समय प्रकाश में आया जब औरंगाबाद से जानबचाकर भाग कर आए युवकों ने अपनी आपबीती परिजनों को सुनाई। 

रोजगार दिलाने के नाम पर ढाई वर्ष पूर्व घर से अपने साथ ले गए दो युवकों के किसी तरह से लौटने पर पता चला कि उन्हें महाराष्ट्र प्रांत के औरंगाबाद में बंधक बनाया गया था। उनको दी गई यातनाएं की पुष्टि उनके शरीर पर मौजूद चोट से होती है। इस समय युवकों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजन अपने आंखों के तारों का उपचार करने के बाद उन पर हुए जुल्म के विरुद्ध आवाज उठाने की सोच रहेहैं।
यातना के पीड़ित युवकों में एक रहमत देवगांव कोतवाली क्षेत्र के लालगंज बाजार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्वीपर के पद पर तैनात अहमद का पुत्र है। पीड़ित अहमद के अनुसार ढाई वर्ष पूर्व लालगंज कस्बे के रहने वाला एक व्यक्ति उसके पुत्र रहमत अली उर्फ डब्लू (20) और रिश्तेदार के पुत्र सलीम (18) पुत्र नसीब को अपने साथ काम दिलाने के नाम पर ले गया। इसके बाद दोनों का पता नहीं चला। अब जब दोनों किसी तरह से वापस लौटे तो पता चला कि उन्हें महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित एक बेकरी में काम दिलाया गया। जहां काम करने के एवज में उन्हें प्रताड़ित किया जाता था। दोनों युवकों ने विरोध कर घर वापस लौटने को कहा तो उन्हें बंधक बना लिया गया। इतना ही नहीं प्रताड़ना के नाम पर उन्हें गर्म लोहे की सलाखों से दाग दिया जाता था। दोनों को इतना भयभीत कर दिया गया कि वे चाह कर भी किसी को अपने दुख दर्द के बारे में नहीं बता पाते थे। किसी तरह से ढाई वर्ष बाद दोनों वहां से भागकर रविवार को अपने घर पहुंचे। दोनों युवकों की दशा देख उनके परिजनों के साथ अस्पताल के लोग भी दहल गए। डाक्टरों ने रहमत अली की हालत गंभीर देख उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। रहमत अली को जिला अस्पताल के वार्ड नंबर अस्पताल मे भर्ती है। जबकि सलीम का सीएचसी में उपचार चल रहा है। 

अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि इस मामले को संज्ञान मे लेते हुए दोषियों के खिलाफ कार्यवाही का आदेश दे और पीडितो को मुआवजा दिलाया जाय जिससे उनके पुनर्वासन और उपचार मे सहयोग हो सके |


संलग्नक : http://epaper.amarujala.com/svww_index.php


http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20121016a_006181011&ileft=227&itop=90&zoomRatio=130&AN=20121016a_006181011

 

भवदीय

डा० लेनिन

महासचिवमानवाधिकार जन निगरानी समिती

सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी

91-9935599333

lenin@pvchr.asia 

 

 

नौकरी के नाम पर औरंगाबाद ले जाकर युवकों को बंधक बनाया

अमर उजाला ब्यूरो

आजमगढ़। रोजगार के नाम पर युवकों से कहीं धन ऐंठा जा रहा, कहीं वे जालसाजों के चंगुल में फंसकर जान पर खतरा मोल ले रहे। ऐसा ही एक मामला लालगंज कस्बे में उस समय प्रकाश में आया जब औरंगाबाद से जानबचाकर भाग कर आए युवकों ने अपनी आपबीती परिजनों को सुनाई।

रोजगार दिलाने के नाम पर ढाई वर्ष पूर्व घर से अपने साथ ले गए दो युवकों के किसी तरह से लौटने पर पता चला कि उन्हें महाराष्ट्र प्रांत के औरंगाबाद में बंधक बनाया गया था। उनको दी गई यातनाएं की पुष्टि उनके शरीर पर मौजूद चोट से होती है। इस समय युवकों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजन अपने आंखों के तारों का उपचार करने के बाद उन पर हुए जुल्म के विरुद्ध आवाज उठाने की सोच रहे हैं।

यातना के पीड़ित युवकों में एक रहमत देवगांव कोतवाली क्षेत्र के लालगंज बाजार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्वीपर के पद पर तैनात अहमद का पुत्र है। पीड़ित अहमद के अनुसार ढाई वर्ष पूर्व लालगंज कस्बे के रहने वाला एक व्यक्ति उसके पुत्र रहमत अली उर्फ डब्लू (20) और रिश्तेदार के पुत्र सलीम (18) पुत्र नसीब को अपने साथ काम दिलाने के नाम पर ले गया। इसके बाद दोनों का पता नहीं चला। अब जब दोनों किसी तरह से वापस लौटे तो पता चला कि उन्हें महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित एक बेकरी में काम दिलाया गया। जहां काम करने के एवज में उन्हें प्रताड़ित किया जाता था। दोनों युवकों ने विरोध कर घर वापस लौटने को कहा तो उन्हें बंधक बना लिया गया। इतना ही नहीं प्रताड़ना के नाम पर उन्हें गर्म लोहे की सलाखों से दाग दिया जाता था। दोनों को इतना भयभीत कर दिया गया कि वे चाह कर भी किसी को अपने दुख दर्द के बारे में नहीं बता पाते थे। किसी तरह से ढाई वर्ष बाद दोनों वहां से भागकर रविवार को अपने घर पहुंचे। दोनों युवकों की दशा देख उनके परिजनों के साथ अस्पताल के लोग भी दहल गए। डाक्टरों ने रहमत अली की हालत गंभीर देख उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। रहमत अली को जिला अस्पताल के वार्ड नंबर अस्पताल मेें भर्ती है। जबकि सलीम का सीएचसी में उपचार चल रहा है।

प्रताड़ना से बन गए है शरीर पर कई स्थानों पर छाले

ढाई वर्ष पूर्व लालगंज कस्बे के रहने वाला एक व्यक्ति दोनों युवकों को झांसे में लेकर गया

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित एक बेकरी में काम के दौरान दी गई युवकों को प्रताड़ना

विरोध करने पर गर्म लोहे की राड से दोनों को कई बार दागा गया

अब भी दहशत में

सदर अस्पताल में चल रहा इलाज

युवकों की हालत देख रोष पनपा

 



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वाराणसी जिले के थाना मिर्जामुराद पुलिस व दबंगों द्वारा पीडीत भूजे पुत्र बरसाती को सुलह करने की धमकी देने के सम्बन्ध में |


सेवा में,                                             दिनांक : 16 अक्टूबर, 2012

अध्यक्ष महोदय,
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,
नई दिल्ली |

विषय वाराणसी जिले के थाना मिर्जामुराद पुलिस व दबंगों द्वारा पीडीत भूजे पुत्र बरसाती  को सुलह करने की धमकी देने के सम्बन्ध में |

महोदय,
आपको यह अवगत कराना चाहता हूँ कि ग्राम पिलोरीपोस्ट गंगापुरथाना मिर्जामुराद के निवासी भूजे पुत्र बरसाती, सलीम व मेदी पुत्र भूजे को दिनांक 1 सितम्बर, 2012 को गाँव के ही समसुद्दीन, बददु, छुन्ना व सनऊर ने मामूली विवाद पर रात मे 8.30 बजे बुरी तरह से डंडे और अन्य हथियार से मारा पीटा और जान से मारने की धमकी दी | जिसे स्थानीय लोगो ने पहल कर उन्हें छुडाया | जिसके बाद मिर्जामुराद थाने मे नामजद एफ.आई.आर कराया गया | लेकिन पुलिस दोषियों को पकड़ने के बजाय पीडितो को ही धमकी दे रही है कि सुलह कर लो नहीं तो जान से हाथ धो बैठोगे | साथ ही दबंगों द्वारा भी लगातार पीडितो को सुलह करने हेतु दबाव बनाया जा रहा है |
अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि कृपया इस मामले को संज्ञान मे लेते हुए दोषी दबंगों और पुलिस वालो पर कानूनी कार्यवाही करने का निर्देश दे और पीड़ितो को मुआवजा दिलाने की कृपा करे |
संलग्नक :
१)      एफ.आई.आर की कापी |
२)      मेडिकल की कापी |

भवदीय
डा० लेनिन
महासचिवमानवाधिकार जन निगरानी समिती
सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी
      

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Saturday, October 13, 2012

मेरठ जिले के लिसाड़ी गेट थानाक्षेत्र के लाखीमपुरा के गली नंबर १६ के निवासी रियाजुद्दीन नामक व्यक्ति द्वारा तंगहाली के कारण आत्म ह्त्या करने के सम्बन्ध में|


सेवा में,

                         दिनांक : 13/10/2012
अध्यक्ष महोदय,
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,
नई दिल्ली |  


विषय : मेरठ जिले के लिसाड़ी गेट थानाक्षेत्र के लाखीमपुरा के गली नंबर १६ के निवासी रियाजुद्दीन नामक व्यक्ति द्वारा तंगहाली के कारण आत्म ह्त्या करने के सम्बन्ध में|  


महोदय,


आपका ध्यान १२ अक्टूबर, २०१२ के अमर उजाला दैनिक अखबार के खबर"मुफलिसी से तंग आकर लगा ली फाँसी' की और करना चाहता हूँ| मृतक रियाजुद्दीन पुत्र अलीमुद्दीन मूलरूप से सुराही वाली मस्जिद किदवईनगर का रहने वाला है। लिसाड़ी गेट थानाक्षेत्र के लखीपुरा की गली नंबर 16 में रियाजुद्दीन ने किराये पर मकान लिया हुआ था, जहां वह पत्नी नाजमा, छह वर्षीय बेटे और दो वर्षीय बेटी के साथ रहता था। मकान मालिक का नाम भी रियाजुद्दीन ही है। परिवार पालने के लिए रियाजुद्दीन बढ़ई की दुकान पर मजदूरी करता था। कम आमदनी के कारण रियाजुद्दीन पर दूध और किराना वालों का कर्जा हो गया था। किराया भी वह अदा नहीं कर पा रहा था। तगादे वाले रोजाना आकर जलील करते थे। आर्थिक तंगी के कारण ही 15 दिन पहले रियाजुद्दीन की पत्नी नाजमा अपनी ननद आसमा के यहां चली गई। जबरदस्त मानसिक तनाव के कारण बुधवार रात रियाजुद्दीन ने छत के पंखे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सुबह मकान मालिक ने शव लटका देखा, तो शोर मचा दिया। मोहल्ले के लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। लिसाड़ी गेट पुलिस ने आकर शव उतारा और पोस्टमार्टम को भेजा। एसओ का कहना है कि मोहल्ले वालों ने भी आर्थिक तंगी के कारण ही रियाजुद्दीन की आत्महत्या का कारण बताया है।

जिससे उसके परिवार में घोर आर्थिक संकट आ गया है जिससे उसका परिवार मरणासन्न स्थिति में पहुच जाएगा|

अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए कृपया मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता राशि दिलाते हुए अन्य सरकारी योजनाओ से जोड़ कर पुनर्वासन किया जाय जिससे उसका परिवार पुनः अपनी जिन्दगी गुजार सके | 


संलग्नक :  :http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20121012a_002122008&ileft=342&itop=941&zoomRatio=130&AN=20121012a_002122008

 


भवदीय


डा० लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार जन  निगरानी समिती

सा ४/२ ए, दौलतपुर, वाराणसी

lenin@pvchr.asia   

+91-9935599333



मेरठ जिले के लिसाड़ी गेट थानाक्षेत्र के लाखीमपुरा के गली नंबर १६ के निवासी रियाजुद्दीन नामक व्यक्ति द्वारा तंगहाली के कारण आत्म ह्त्या करने के सम्बन्ध में|

सेवा में,                     दिनांक : १३/१०/२०१२ 
माननीय मुख्य मंत्री महोदय,
उत्तर प्रदेश शासन,
लखनऊ

विषय : मेरठ जिले के लिसाड़ी गेट थानाक्षेत्र के लाखीमपुरा के गली नंबर १६ के निवासी रियाजुद्दीन नामक व्यक्ति द्वारा तंगहाली के कारण आत्म ह्त्या करने के सम्बन्ध में|  

महोदय,

आपका ध्यान १२ अक्टूबर, २०१२ के अमर उजाला दैनिक अखबार के खबर”मुफलिसी से तंग आकर लगा ली फाँसी’ की और करना चाहता हूँ| मृतक रियाजुद्दीन पुत्र अलीमुद्दीन मूलरूप से सुराही वाली मस्जिद किदवईनगर का रहने वाला है। लिसाड़ी गेट थानाक्षेत्र के लखीपुरा की गली नंबर 16 में रियाजुद्दीन ने किराये पर मकान लिया हुआ था, जहां वह पत्नी नाजमा, छह वर्षीय बेटे और दो वर्षीय बेटी के साथ रहता था। मकान मालिक का नाम भी रियाजुद्दीन ही है। परिवार पालने के लिए रियाजुद्दीन बढ़ई की दुकान पर मजदूरी करता था। कम आमदनी के कारण रियाजुद्दीन पर दूध और किराना वालों का कर्जा हो गया था। किराया भी वह अदा नहीं कर पा रहा था। तगादे वाले रोजाना आकर जलील करते थे। आर्थिक तंगी के कारण ही 15 दिन पहले रियाजुद्दीन की पत्नी नाजमा अपनी ननद आसमा के यहां चली गई। जबरदस्त मानसिक तनाव के कारण बुधवार रात रियाजुद्दीन ने छत के पंखे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सुबह मकान मालिक ने शव लटका देखा, तो शोर मचा दिया। मोहल्ले के लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। लिसाड़ी गेट पुलिस ने आकर शव उतारा और पोस्टमार्टम को भेजा। एसओ का कहना है कि मोहल्ले वालों ने भी आर्थिक तंगी के कारण ही रियाजुद्दीन की आत्महत्या का कारण बताया है।
जिससे उसके परिवार में घोर आर्थिक संकट आ गया है जिससे उसका परिवार मरणासन्न स्थिति में पहुच जाएगा|
अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए कृपया मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता राशि दिलाते हुए अन्य सरकारी योजनाओ से जोड़ कर पुनर्वासन किया जाय जिससे उसका परिवार पुनः अपनी जिन्दगी गुजार सके |

भवदीय
डा० लेनिन
महासचिव
मानवाधिकार जन  निगरानी समिती
सा ४/२ ए, दौलतपुर, वाराणसी
 +91-9935599333

Wednesday, October 10, 2012

मुगलापुर, खुर्जा, बुलंदशहर में दबंगों द्वारा घर में घुसकर मारपीट करने और पीड़ित द्वारा थाने पर शिकायत करने पर पुलिस द्वारा पीड़ित को मारने और थाने से भगा देने के सम्बन्ध में|

सेवा में,                    दिनांक १० अक्टूबर, २०१२


माननीय मुख्यमंत्री जी,

लखनऊ,  

उत्तर प्रदेश 


विषय : मुगलापुर, खुर्जा, बुलंदशहर में दबंगों द्वारा घर में घुसकर मारपीट करने और पीड़ित द्वारा थाने पर शिकायत करने पर पुलिस द्वारा पीड़ित को मारने और थाने से भगा देने के सम्बन्ध में|  


महोदय,

आपका ध्यान दिनांक १० अक्टूबर, २०१२ के अमर उजाला दैनिक अखबार के इस खबर "छेड़छाड़ के बाद दबंगों का हमला" की और आकृष्ट कराना चाहता हूँ की मुगलपुरा कालोनी निवासी एक परिवार की दो युवतियां मंगलवार दोपहर ट्यूशन जा रहीं थी। रास्ते में मोहल्ले के मनचलों ने छेड़छाड़ की तो छात्राओं ने घर में आकर शिकायत की। इस पर परिजन मनचलों के घर शिकायत कर लौट आए। आरोप है कि कुछ देर बाद सरियों से लैस कई युवक घर में घुस आए और पूरे परिवार से मारपीट की। शोर मचाने पर स्थानीय लोगों ने परिवार को उन लोगो के चंगुल से बचाया। इसकी सूचना देने पीड़ित हनीफ पुत्र बशीर और पड़ोस के लोगो ने थाने पर पुलिस को दी तो पुलिस ने पीडितो को बहुत बुरी तरह से मारा पीटा और पीड़ित और ४ अन्य पीडित के पड़ोसियों का १५१ के अंतर्गत चालान काट कर उन्हें थाने से भगा दिया| इसके बाद घायल हनीफ को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया जो अभी भी बुलंदशहर के जिला अस्पताल में गंभीर अवस्था में आपातकाल कक्ष में बेड नंबर ८ पर भर्ती है|

     अतः आप से विनम्र निवेदन है की कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए दोषी व्यक्तियों और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही हेतु निर्देशित करे और पीड़ित के इलाज की समुचित व्यवस्था प्रशासन की और से की जाय और पीड़ित व्यक्तियो को मुआवजा दिया जाय|  

संलग्नक : १० अक्टूबर, २०१२ की अमर उजाला के खबर की प्रति|


http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20121010a_003110007&ileft=-5&itop=1171&zoomRatio=183&AN=20121010a_003110007

 

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  डा० लेनिन

  महासचिव

मानवाधिकार जननिगरानी समिती

  सा ४/२ ए दौलतपुर, वाराणसी 

lenin@pvchr.asia 

+91-9935599333

l


    


















मुगलापुर, खुर्जा, बुलंदशहर में दबंगों द्वारा घर में घुसकर मारपीट करने और पीड़ित द्वारा थाने पर शिकायत करने पर पुलिस द्वारा पीड़ित को मारने और थाने से भगा देने के सम्बन्ध में|

सेवा में,                    दिनांक १० अक्टूबर, २०१२


श्रीमान पुलिस महानिदेशक,

लखनऊ,  

उत्तर प्रदेश 


विषय : मुगलापुर, खुर्जा, बुलंदशहर में दबंगों द्वारा घर में घुसकर मारपीट करने और पीड़ित द्वारा थाने पर शिकायत करने पर पुलिस द्वारा पीड़ित को मारने और थाने से भगा देने के सम्बन्ध में|  


महोदय,

आपका ध्यान दिनांक १० अक्टूबर, २०१२ के अमर उजाला दैनिक अखबार के इस खबर "छेड़छाड़ के बाद दबंगों का हमला" की और आकृष्ट कराना चाहता हूँ की मुगलपुरा कालोनी निवासी एक परिवार की दो युवतियां मंगलवार दोपहर ट्यूशन जा रहीं थी। रास्ते में मोहल्ले के मनचलों ने छेड़छाड़ की तो छात्राओं ने घर में आकर शिकायत की। इस पर परिजन मनचलों के घर शिकायत कर लौट आए। आरोप है कि कुछ देर बाद सरियों से लैस कई युवक घर में घुस आए और पूरे परिवार से मारपीट की। शोर मचाने पर स्थानीय लोगों ने परिवार को उन लोगो के चंगुल से बचाया। इसकी सूचना देने पीड़ित हनीफ पुत्र बशीर और पड़ोस के लोगो ने थाने पर पुलिस को दी तो पुलिस ने पीडितो को बहुत बुरी तरह से मारा पीटा और पीड़ित और ४ अन्य पीडित के पड़ोसियों का १५१ के अंतर्गत चालान काट कर उन्हें थाने से भगा दिया| इसके बाद घायल हनीफ को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया जो अभी भी बुलंदशहर के जिला अस्पताल में गंभीर अवस्था में आपातकाल कक्ष में बेड नंबर ८ पर भर्ती है|

     अतः आप से विनम्र निवेदन है की कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए दोषी व्यक्तियों और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही हेतु निर्देशित करे और पीड़ित के इलाज की समुचित व्यवस्था प्रशासन की और से की जाय और पीड़ित व्यक्तियो को मुआवजा दिया जाय|  

संलग्नक : १० अक्टूबर, २०१२ की अमर उजाला के खबर की प्रति|


http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20121010a_003110007&ileft=-5&itop=1171&zoomRatio=183&AN=20121010a_003110007

 

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  महासचिव

मानवाधिकार जननिगरानी समिती

  सा ४/२ ए दौलतपुर, वाराणसी 

lenin@pvchr.asia 

+91-9935599333

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मुगलापुर, खुर्जा, बुलंदशहर में दबंगों द्वारा घर में घुसकर मारपीट करने और पीड़ित द्वारा थाने पर शिकायत करने पर पुलिस द्वारा पीड़ित को मारने और थाने से भगा देने के सम्बन्ध में|

सेवा में,                    दिनांक १० अक्टूबर, २०१२


श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक,

बुलंदशहर, 

उत्तर प्रदेश 


विषय : मुगलापुर, खुर्जा, बुलंदशहर में दबंगों द्वारा घर में घुसकर मारपीट करने और पीड़ित द्वारा थाने पर शिकायत करने पर पुलिस द्वारा पीड़ित को मारने और थाने से भगा देने के सम्बन्ध में|  


महोदय,

आपका ध्यान दिनांक १० अक्टूबर, २०१२ के अमर उजाला दैनिक अखबार के इस खबर "छेड़छाड़ के बाद दबंगों का हमला" की और आकृष्ट कराना चाहता हूँ की मुगलपुरा कालोनी निवासी एक परिवार की दो युवतियां मंगलवार दोपहर ट्यूशन जा रहीं थी। रास्ते में मोहल्ले के मनचलों ने छेड़छाड़ की तो छात्राओं ने घर में आकर शिकायत की। इस पर परिजन मनचलों के घर शिकायत कर लौट आए। आरोप है कि कुछ देर बाद सरियों से लैस कई युवक घर में घुस आए और पूरे परिवार से मारपीट की। शोर मचाने पर स्थानीय लोगों ने परिवार को उन लोगो के चंगुल से बचाया। इसकी सूचना देने पीड़ित हनीफ पुत्र बशीर और पड़ोस के लोगो ने थाने पर पुलिस को दी तो पुलिस ने पीडितो को बहुत बुरी तरह से मारा पीटा और पीड़ित और ४ अन्य पीडित के पड़ोसियों का १५१ के अंतर्गत चालान काट कर उन्हें थाने से भगा दिया| इसके बाद घायल हनीफ को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया जो अभी भी बुलंदशहर के जिला अस्पताल में गंभीर अवस्था में आपातकाल कक्ष में बेड नंबर ८ पर भर्ती है|

     अतः आप से विनम्र निवेदन है की कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए दोषी व्यक्तियों और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही हेतु निर्देशित करे और पीड़ित के इलाज की समुचित व्यवस्था प्रशासन की और से की जाय और पीड़ित व्यक्तियो को मुआवजा दिया जाय|  

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