श्रीमान अध्यक्ष महोदय
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग
नई दिल्ली
विषय - कानपुर मे मकान पर दबंगों द्वारा कब्जा करने व स्थानीय प्रशासन के सुनवाई न करने पर पीडिता ने डीएम आफिस के सामने किया आत्मदाह का प्रयास व प्रशासन पीडिता के बेटे को बेरहमी पूर्वक हिरासत में पीटने के सन्दर्भ में ।
महोदय ,
विदित हो की पीड़िता तसनीम फातिमा निवासिनी चमनगंज,कानपुर ने मकान पर दबंगों द्वारा कब्ज़ा कर लेने के बाबत हर जगह गुहार लगाने के बाद भी इन्साफ न मिलने पर डीएम आफिस के सामने अपने व अपनी पुत्री साहिबा के शारीर पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगा लिया ।आसपास के लोगो की मदद से पीड़िता व उसकी बेटी जो गंभीर रूप से जल चुकी थी उर्सला हास्पिटल पहुचाया गया ।घटना की सूचना पाकर पीडिता का पुत्र उर्सला हास्पिटल पंहुचा माँ की हालत देख कर पीडिता के पुत्र जफ़र हाशमी की दरोगा से कहा सुनी हो गई जिससे रंज हो कर पुलिस वालो ने पीडिता के पुत्र जफ़र हाशमी को कोतवाली ले जाकर बेरहमी पूर्वक पीटा तथा घायलावस्था में उसे भी लाकर उर्सला हास्पिटल में भर्ती करा दिया गया ।इसके पश्चात् पुलिस ने माँ-बेटी के खिलाफ आत्महत्या के प्रयास और बेटे व एक अन्य ताज मोहम्मद के विरुद्ध आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की एफ आइ आर दर्ज करा दी ।ज्ञात हो की उक्त पूर्ण घटना प्रशासन द्वारा पीडिता की गुहार न सुनने के कारण उत्पन्न हुआ तथा घटना घटित होने के बाद भी पुलिसे द्वारा पीडिता के पुत्र को कोतवाली ले जाकर बेरहमी पूर्वक शारीरिक यातनाये दी गयी तथा हालत बिगड़ने पर पीड़ित जफ़र हाशमी को भी उर्सला हास्पिटल में भर्ती कराया गया ।ऐसी स्थिति में पुरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जाँच करा कर दोषियों के विरुद्ध कठोर क़ानूनी कार्यवाही किया जाना व पीडितो को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु पुनर्वास व मुआवजा दिया जाना आवश्यक है ।
अत उक्त प्रकरण को स्वत सज्ञान में लेते हुए उचित कार्यवाही करने की कृपा करे ।
भवदीय
डॉ लेनिन
महासचिव
मानवाधिकार जन निगरानी समिति
सा 4/2ए दौलतपुर वाराणसी
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