सेवा में,
अध्यक्ष,
राष्ट्रीयमानवाधिकार आयोग,
नई दिल्ली,
विषय : मऊ के जेलमें जेल प्रसाशन के लापरवाही से बंदी के मौत के सम्बन्ध में.
महोदय,
आपका ध्यान २३मार्च २०१२ के अमर उजाला के इस खबर की ओर आकृष्ट कराना चाहता हूँ जिसमे मऊ जिले केजेल में बंद कैदी सईदुर्रहमान की मौत जेल प्रसाशन की लापरवाही से हुयी.
मामला यह है किसईदुर्रहमान शहर कोतवाली क्षेत्र के भिखारीपुर मोहल्ले का निवासी था जो जेल मेंबंद था. मंगलवार रात ११ बजे बंदी को दस्त के साथ उल्टी शुरू हुयी. जिसकी सूचनातत्काल बंदी रक्षको को दी,लेकिन कोई सुनवाईनहीं हुयी. बुधवार को करीब ५ बजे सुबह बंदी की बैरक में ही मौत हो गयी.
खबर में छपेएड़ीजी कारागार एम एल प्रकाश के मुताबिक पूर्वांचल की आजमगढ़, मऊ, बलिया और बस्तीकी जेलों की दशा काफी ख़राब है. आगे उन्होंने कहा है कि बुधवार की रात को चेकिंगके दौरान पुलिस चौकी जेल से अवैध खाद्य सामग्री और अन्य सामान बरामद किये गये थे.
इसके साथ हीसईदुर्रहमान की मौत का कारण पोस्टमार्टम में स्पष्ट नहीं हो सका है.
अतः इस मामले कोगंभीरता से लेते हुए व एड़ीजी कारागारके रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वांचल के जेलों की उच्च स्तरीय जांच कराकर सुधारात्मककार्यवाही का निर्देश दे और जेल प्रसाशन केलापरवाही पर मृत बंदी सईदुर्रहमान के परिवार वालो को ५ लाख रुपये मुआवजा दिलवानेकी कृपा करे.
संलग्नक : दिनांक २३ मार्च २०१२ के अमर उजाला अखबार की कापी
http://www.scribd.com/doc/86559675/Amar-Ujala-News-About-Mau-Jail-22-March-20121
http://www.scribd.com/doc/86559675/Amar-Ujala-News-About-Mau-Jail-22-March-20121#page=1
भवदीय
डॉ लेनिन
महासचिव
मानवाधिकारजननिगरानी समिति
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