सेवा में, 3 जुलाई, 2013
श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय,
उत्तर-प्रदेश सरकार,
लखनऊ |
महोदय,
आपको यह अवगत कराना है कि वाराणसी जिले के ग्राम-कुडी, थाना-बडागांव में 9 फरवरी, 2013 को मोहम्मद सईद उर्फ़ छेदी पुत्र स्व० जुमा मोहम्मद अपने अपने लडके मिंटू के साथ दूकान बंद कर घर जा रहे थे कि भग्गू कुम्हार के घर के पास सड़क कुडी बाज़ार के पास मोहम्मद अली उर्फ़ छेदी पुत्र स्व० महमूद, गुड्डू पुत्र शौकत अली व गरीब पुत्र लाल मोहम्मद नाई, सईद को रोककर उसे गाली देने लगे व मार पीट करने लगे, जिस पर रईस उर्फ़ छेदी ने उनका विरोध किया तो उसे बन्दुक की नाल सर पर मोहम्मद अली उर्फ़ छेदी ने मारा और गुड्डू ने ललकारते हुए कहा कि देख क्या रहे हो इसको गोली मार दो | इतना सुनते ही मोहम्मद अली उर्फ़ छेदी ने जान से मारने की नियत से फायर कर दिया | जिससे रईस उर्फ़ छेदी गोली लगाने से घायल हो कर जमीन पर गिर पडा | यह घटना बहुत लोगो के सामने अंजाम दी गयी | बाज़ार की सभी दुकाने डर के मारे बंद होने लगी | यह घटना शाम के करीब 7:30 बजे की है |
नियाज अहमद पुत्र स्व० हफिजुल्लाह अंसारी भी उस समय बाज़ार में ही थे वे तुरन्त भागकर घटनास्थल पर पहुचे और अन्य लोगो के साथ मिलकर घायल रईस को लेकर थाने गए और वहां से लेकर पुलिस के संरक्षण में अस्पताल गए | चूँकी घायल को लेकर जो भी व्यक्ति थाने गए थे तो वहां पर पुलिस ने कहा कि सूचना लिखित में दे जिससे नियाज अहमद पुत्र स्व० हफिजुल्लाह अंसारी ने लिखकर दे दिया जिसमे 3 अभियुक्तों मोहम्मद अली उर्फ़ छेदी पुत्र स्व० महमूद, गुड्डू पुत्र शौकत अली और गरीब पुत्र स्व० लाल मोहम्मद नाई, कुडी, बडागांव के खिलाफ नामजद शिकायत की जिन्होने मौके पर घटना को सभी लोगो के सामने अंजाम दिया था |
जिसके बाद पुनः 4 मई, 2013 को मोहम्मद सईद व उसका भाई बाबू अली कुडी बाज़ार में अपनी दूकान पर मौजूद थे शाम को करीब 7 बजे थे तभी मोहम्मद अली उर्फ़ छेदी पुत्र स्व० महमूद व गुड्डू पुत्र शौकत अली एक मोटरसाईकिल से आये और अपने हाथ में कट्टा व छोटी बन्दूक लेकर अचनाक बाबू अली को जान से मारने की नियत से गोली चला दिए | गोली दीवाल पर लगी और उससे निकला बारूद बाबू अली के दाहिने कंधे पर लगा | जिससे बाबू अली का भाई मोहम्मद सईद घबराकर शोर मचाने लगा गोली की आवाज सुनकर आस पास के लोग इकटठा होने लगे तब मोहम्मद अली उर्फ़ छेदी वे गुड्डू अपने हाथ में कट्टा व छोटी बन्दुक लहराते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए भागे | इस घटना से बाज़ार में सभी अपनी दुकाने बंद कर भागने लगे | इसके बाद धीरे धीरे लोगो की भीड़ बाबू अली की दूकान पर जमा होने लगी और कुछ लोग उन अपराधियों को पकड़ने के लिए गाँव में जिधर वे भागे थे उधर एक झुण्ड बनाकर चल दिए | सभी ने बस्ती में जाकर घटना के विषय में बताते हुए उन लोगो को बाहर निकालने की बात कही लेकिन बस्ती के लोगो ने उन लोगो से कहा सुनी करने लगे जिससे गुस्साए लोगो ने मार पीट की और बस्ती में तोड़ फोड़ किये | जिसमे दो FIR हुआ एक मोहम्मद सईद ने जानलेवा हमला करने में मोहम्मद अली उर्फ़ छेदी पुत्र महमूद और गुड्डू पुत्र शौकत के खिलाफ किया | साथ ही दूसरा FIR आगजनी और मार पीट का शौकत ने 14 लोगो के खिलाफ किया | लेकिन इस भीड़ में नियाज पुत्र हफीजुल्ला नहीं थे फिर भी उनके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया | चूँकी नियाज ने पहले FIR में आवेदक के रूप में लिखित तहरीर दी थी इसलिए जान बूझ कर उन्हें फ़साने के लिए उनका नाम FIR में डाला गया | जबकि वे इलाके के मानिन्द और प्रतिष्टित व सामजिक व्यक्ति है | साथ ही FIR में अन्य निर्दोष लोगो के भी नाम जानबूझ कर डलवाया गया है |
अतः आपसे निवेदन है कि कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए इसकी निष्पक्ष जाँच कराते हुए दोषियों के खिलाफ कार्यवाही और निर्दोष लोगो को मुक़दमे से बरी कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही का आदेश देने की कृपा करे |
संलग्नक :
1. दिनांक 9 फरवरी, 2013 को दर्ज FIR की कापी |
2. दिनांक 4 मई, 2013 को दर्ज FIR की कापी |
भवदीय
डा0 लेनिन
महासचिव
मानवाधिकार जननिगरानी समिति
सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी
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