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Reducing police torture against Muslim at Grass root level by engaging and strengthening Human Rights institutions in India

Thursday, August 23, 2012

पुलिस द्वारा वाराणसी के गरीब मुस्लिम को बेवजह फर्जी मुकदमें फसाने व उत्पीड़न किये जाने के सन्दर्भ में।

23 अगस्त 2012

सेवा में,

श्रीमान् पुलिस महानिदेशक महोदय,

लखनऊ, उत्तर प्रदेश।


विषय:- पुलिस द्वारा वाराणसी के गरीब मुस्लिम को बेवजह फर्जी मुकदमें फसाने व उत्पीड़न किये जाने के सन्दर्भ में।


महोदय,


पीड़ित मोहम्मद अहमद पुत्र मोहम्मद शरीफ उम्र-23 वर्ष निवासी-दनियाल, थाना-सारनाथ, जनपद-वाराणसी का मूल निवासी हैं। दनियालपुर निवासी अन्सार अहमद ने एक काम को शुरु करने के सम्बंध  में पीड़ित मोहम्मद अहमद से 15600/- रुपये लिए और कहा कि इस काम में तुम और भी व्यक्तियों को जोडोगें तो इससे तुम्हें डबल फायदा होगा और तुम्हारा पैसा दूगुना हो जायेगा। चूँकि पीड़ित अन्सार अहमद को व्यक्तिगत तौर पर भली-भांती जानता था और उससे पीड़ित का अच्छा सम्बंध था। इसीलिए पीड़ित ने उन्हे किसी सुरत से पैसा जुटाकर 15600/ रुपये दिये। दिनांक 20 अगस्त 2012 को पीड़ित मोहम्मद अहमद ने उनसे अपने काम के तहत अपना पैसा मांगा, उस वक्त पीड़ित को ईद के त्यौहार की तैयारी के लिए 200/- रुपये की जरुरत थी जिसे पीड़ित ने अन्सार अहमद से मांगे ताकि घर पर परिवार के साथ त्यौहार मना  सके। इतने में अन्सार अहमद ने पीड़ित को गालियां देते हुए मारना-पीटना शुरु कर दिया और बोला कि मैं तुम्हारा कोई भी पैसा नही दुंगा जो करते बने कर लो। इसके बाद अन्सार अहमद ने पीड़ित के खिलाफ पुरानापुल पुलिस चैकी पर झूठा रिपोर्ट लिखवाया। दूसरे दिन 21 अगस्त 2012 को ईद के दूसरे दिन एक पुलिस वाले पीड़ित के घर पर आये और बोले कि चलो चैकी इंचार्ज साहब बुलायें हैं। पुलिस की सूचना पर पीड़ित अपने पिता के साथ पुलिस चैकी पर  सुबह 10:00 बजे पहुँचा। वहाँ पर बिना वजह पुलिस ने पीड़ित  को 4:00 बजे शाम तक पुलिस चौकी पर भूखा-प्यासा बैठाये रखा। उसी समय अन्सार के पिता यासिन मुकादम आये और चौकी इंचार्ज साहब से बोले कि मोहम्मद अहमद को जाने दिजिए यह मामला हम पंचायत कर के सुलह करायेगें। उस दिन तो पीड़ित को पुलिस द्वारा छोड़ दिया गया। लेकिन दिनांक 23 अगस्त 2012 को लगभग सुबह 9:00 बजे पुनः पीड़ित के घर पर पुलिस आई और पीड़ित व उसके पिता को पुलिस चैकी पर बुलाया है। पीडित बहुत डरा हुआ है क्योकि इसके पहले जब वो चौकी पर गया था तो उसे पुलिस वालो ने बहुत गालिया दी थी इस लिये वो पुलिस चौकी नही जा रहा है।


पीडित अन्सार अहमद को बेवजह चैकी पर बुलाकर पीड़ित व उसके परिवार को लगातार पुलिस द्वारा परेशान व उत्पीड़न किया जा रहा है।

अतः आप से निवेदन है कि उक्त मामले की जाच करा कर दोषियों के विरुद्ध कानूनी  कार्यवाही करें।




भवदीय

डा0 लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार जननिगरानी समिती

 

डा0 लेनिन

(महासचिव)

 


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Anup Srivastava
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