PVCHR initiative supported by EU

Reducing police torture against Muslim at Grass root level by engaging and strengthening Human Rights institutions in India

Monday, August 27, 2012

Good News For Weavers


असम मे हुये दंगो के बाद हिन्दू पक्ष द्वारा मुस्लिम पक्षो के साथ दुर्व्यवहार और ट्रेन मे आई कार्ड चेक करके उनके साथ मार-पीट और 14 लोगो को ट्रेन से फेके जाने पर 4 लोगो की मौत के सम्बन्ध मे।


सेवा मे,    ,                                                     27/08/2012  

गृह मंत्रालय,

भारत सरकार,

नई दिल्ली।


विषय : असम मे हुये दंगो के बाद हिन्दू पक्ष द्वारा मुस्लिम पक्षो के साथ दुर्व्यवहार और ट्रेन मे आई कार्ड चेक करके उनके साथ मार-पीट और 14 लोगो को ट्रेन से फेके जाने पर 4 लोगो की मौत के सम्बन्ध मे।


महोदय,


       आप का ध्यान बी.बी.सी हिन्दी खबर की ओर आकृष्ट कराना चाहता हूँ, खबर के अनुसार पूर्वोत्तर ले लोगो के खिलाफ फैली अफवाह और दहशत के बीच बैंगलोर से असम के लिये जा रही विशेष ट्रेन मे शनिवार को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुडी मे अचानक चलती ट्रेन के एक डिब्बे मे 40-50 की संख्या मे उग्र अराजक तत्वो द्वारा दोनो तरफ का दरवाजा बन्द कर दिया गया और लोगो से कहा गया कि वे अपना पहचान पत्र दिखाये जो भी इसका विरोध करेगा उसका गला काट दिया जायेगा। साथ ही सभी का मोबाईल, सामान और पैसा भी छीन लिया गया। फिर पहचान पत्र देखकर सारे मुस्लिमो को मारा पीटा गया। उस डिब्बे मे कुल 14 मुस्लिम व्यक्ति थे उनके साथ लगभग ढाई घंटे तक मार पीट की गयी और सभी 14 मुस्लिम व्यक्तियो को चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया गया। जिनमे से 4 लोगो की मृत्यु हो गयी और कई की हालत नाजुक बनी हुयी है उन्हे अस्पताल मे भर्ती कराया गया है जहाँ उनकी हालत नाजुक बनी हुयी है। ये सभी शव और घायलो को जलपाईगुडी के फलाकट और बेलाकोवा स्टेशनो के पास पाया गया है। उसमे बैठे लोगो का कहना है कि हिंसक हो चुकी भीड मे शामिल लोग उसी ट्रेन के यात्री थे और बैंगलोर से ही ट्रेन मे सवार हुये थे।


       अतः आप से विनम्र निवेदन है कि कृपया इस मामले को संज्ञान मे लेते हुये इस घटना की उच्च स्तरीय जाँच करायी जाय और मृतको और घायलो को मुआवजा दिया जाय। साथ ही दोषियो के खिलाफ मुकद्दमा पंजिकृत कराया जाय।

 

संलग्नक : http://www.bbc.co.uk/hindi/india/2012/08/120822_train_hatred_violance_tb.shtml

 

                                                  भवदीय

(डा0 लानिन)

महासचिव,

मानवाधिकार जननिगरानी समिति, वाराणसी - 221002

उत्तर प्रदेश - भारत !

मो0 - + 91-9935599333.

ई-मेल - lenin@pvchr.asia

 











असम मे हुये दंगो के बाद हिन्दू पक्ष द्वारा मुस्लिम पक्षो के साथ दुर्व्यवहार और ट्रेन मे आई कार्ड चेक करके उनके साथ मार-पीट और 14 लोगो को ट्रेन से फेके जाने पर 4 लोगो की मौत के सम्बन्ध मे।

सेवा मे,                                                27/08/2012  
अध्यक्ष महोदय,                                                                  
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,

नई दिल्ली।


विषय : असम मे हुये दंगो के बाद हिन्दू पक्ष द्वारा मुस्लिम पक्षो के साथ दुर्व्यवहार और ट्रेन मे आई कार्ड चेक करके उनके साथ मार-पीट और 14 लोगो को ट्रेन से फेके जाने पर 4 लोगो की मौत के सम्बन्ध मे।
महोदय,
       आप का ध्यान बी.बी.सी हिन्दी खबर की ओर आकृष्ट कराना चाहता हूँ, खबर के अनुसार पूर्वोत्तर ले लोगो के खिलाफ फैली अफवाह और दहशत के बीच बैंगलोर से असम के लिये जा रही विशेष ट्रेन मे शनिवार को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुडी मे अचानक चलती ट्रेन के एक डिब्बे मे 40-50 की संख्या मे उग्र अराजक तत्वो द्वारा दोनो तरफ का दरवाजा बन्द कर दिया गया और लोगो से कहा गया कि वे अपना पहचान पत्र दिखाये जो भी इसका विरोध करेगा उसका गला काट दिया जायेगा। साथ ही सभी का मोबाईल, सामान और पैसा भी छीन लिया गया। फिर पहचान पत्र देखकर सारे मुस्लिमो को मारा पीटा गया। उस डिब्बे मे कुल 14 मुस्लिम व्यक्ति थे उनके साथ लगभग ढाई घंटे तक मार पीट की गयी और सभी 14 मुस्लिम व्यक्तियो को चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया गया। जिनमे से 4 लोगो की मृत्यु हो गयी और कई की हालत नाजुक बनी हुयी है उन्हे अस्पताल मे भर्ती कराया गया है जहाँ उनकी हालत नाजुक बनी हुयी है। ये सभी शव और घायलो को जलपाईगुडी के फलाकट और बेलाकोवा स्टेशनो के पास पाया गया है। उसमे बैठे लोगो का कहना है कि हिंसक हो चुकी भीड मे शामिल लोग उसी ट्रेन के यात्री थे और बैंगलोर से ही ट्रेन मे सवार हुये थे।
       अतः आप से विनम्र निवेदन है कि कृपया इस मामले को संज्ञान मे लेते हुये इस घटना की उच्च स्तरीय जाँच करायी जाय और मृतको और घायलो को मुआवजा दिया जाय। साथ ही दोषियो के खिलाफ मुकद्दमा पंजिकृत कराया जाय।


                                     भवदीय
(डा0 लानिन)
महासचिव,
मानवाधिकार जननिगरानी समिति, वाराणसी - 221002
उत्तर प्रदेश - भारत !
मो0 - + 91-9935599333.
ई-मेल - lenin@pvchr.asia






असम मे हुये दंगो के बाद हिन्दू पक्ष द्वारा मुस्लिम पक्षो के साथ दुर्व्यवहार और ट्रेन मे आई कार्ड चेक करके उनके साथ मार-पीट और 14 लोगो को ट्रेन से फेके जाने पर 4 लोगो की मौत के सम्बन्ध मे।

सेवा मे,                                                 27/08/2012

अध्यक्ष 
राष्ट्रीय अल्पसंखयक आयोग,
नई दिल्ली।

विषय : असम मे हुये दंगो के बाद हिन्दू पक्ष द्वारा मुस्लिम पक्षो के साथ दुर्व्यवहार और ट्रेन मे आई कार्ड चेक करके उनके साथ मार-पीट और 14 लोगो को ट्रेन से फेके जाने पर 4 लोगो की मौत के सम्बन्ध मे।

महोदय,

       आप का ध्यान बी.बी.सी हिन्दी खबर की ओर आकृष्ट कराना चाहता हूँ, खबर के अनुसार पूर्वोत्तर ले लोगो के खिलाफ फैली अफवाह और दहशत के बीच बैंगलोर से असम के लिये जा रही विशेष ट्रेन मे शनिवार को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुडी मे अचानक चलती ट्रेन के एक डिब्बे मे 40-50 की संख्या मे उग्र अराजक तत्वो द्वारा दोनो तरफ का दरवाजा बन्द कर दिया गया और लोगो से कहा गया कि वे अपना पहचान पत्र दिखाये जो भी इसका विरोध करेगा उसका गला काट दिया जायेगा। साथ ही सभी का मोबाईल, सामान और पैसा भी छीन लिया गया। फिर पहचान पत्र देखकर सारे मुस्लिमो को मारा पीटा गया। उस डिब्बे मे कुल 14 मुस्लिम व्यक्ति थे उनके साथ लगभग ढाई घंटे तक मार पीट की गयी और सभी 14 मुस्लिम व्यक्तियो को चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया गया। जिनमे से 4 लोगो की मृत्यु हो गयी और कई की हालत नाजुक बनी हुयी है उन्हे अस्पताल मे भर्ती कराया गया है जहाँ उनकी हालत नाजुक बनी हुयी है। ये सभी शव और घायलो को जलपाईगुडी के फलाकट और बेलाकोवा स्टेशनो के पास पाया गया है। उसमे बैठे लोगो का कहना है कि हिंसक हो चुकी भीड मे शामिल लोग उसी ट्रेन के यात्री थे और बैंगलोर से ही ट्रेन मे सवार हुये थे।

       अतः आप से विनम्र निवेदन है कि कृपया इस मामले को संज्ञान मे लेते हुये इस घटना की उच्च स्तरीय जाँच करायी जाय और मृतको और घायलो को मुआवजा दिया जाय। साथ ही दोषियो के खिलाफ मुकद्दमा पंजिकृत कराया जाय।


                                      भवदीय
(डा0 लानिन)
महासचिव,
मानवाधिकार जननिगरानी समिति, वाराणसी - 221002
उत्तर प्रदेश - भारत !
मो0 - + 91-9935599333.
ई-मेल - lenin@pvchr.asia







असम मे हुये दंगो के बाद हिन्दू पक्ष द्वारा मुस्लिम पक्षो के साथ दुर्व्यवहार और ट्रेन मे आई कार्ड चेक करके उनके साथ मार-पीट और 14 लोगो को ट्रेन से फेके जाने पर 4 लोगो की मौत के सम्बन्ध मे।

सेवा मे,                                                      27/08/2012

माननीय प्रधानमंत्री महोदय,
भारत सरकार,
नई दिल्ली।

विषय : असम मे हुये दंगो के बाद हिन्दू पक्ष द्वारा मुस्लिम पक्षो के साथ दुर्व्यवहार और ट्रेन मे आई कार्ड चेक करके उनके साथ मार-पीट और 14 लोगो को ट्रेन से फेके जाने पर 4 लोगो की मौत के सम्बन्ध मे।

महोदय,

       आप का ध्यान बी.बी.सी हिन्दी खबर की ओर आकृष्ट कराना चाहता हूँ, खबर के अनुसार पूर्वोत्तर ले लोगो के खिलाफ फैली अफवाह और दहशत के बीच बैंगलोर से असम के लिये जा रही विशेष ट्रेन मे शनिवार को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुडी मे अचानक चलती ट्रेन के एक डिब्बे मे 40-50 की संख्या मे उग्र अराजक तत्वो द्वारा दोनो तरफ का दरवाजा बन्द कर दिया गया और लोगो से कहा गया कि वे अपना पहचान पत्र दिखाये जो भी इसका विरोध करेगा उसका गला काट दिया जायेगा। साथ ही सभी का मोबाईल, सामान और पैसा भी छीन लिया गया। फिर पहचान पत्र देखकर सारे मुस्लिमो को मारा पीटा गया। उस डिब्बे मे कुल 14 मुस्लिम व्यक्ति थे उनके साथ लगभग ढाई घंटे तक मार पीट की गयी और सभी 14 मुस्लिम व्यक्तियो को चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया गया। जिनमे से 4 लोगो की मृत्यु हो गयी और कई की हालत नाजुक बनी हुयी है उन्हे अस्पताल मे भर्ती कराया गया है जहाँ उनकी हालत नाजुक बनी हुयी है। ये सभी शव और घायलो को जलपाईगुडी के फलाकट और बेलाकोवा स्टेशनो के पास पाया गया है। उसमे बैठे लोगो का कहना है कि हिंसक हो चुकी भीड मे शामिल लोग उसी ट्रेन के यात्री थे और बैंगलोर से ही ट्रेन मे सवार हुये थे।

       अतः आप से विनम्र निवेदन है कि कृपया इस मामले को संज्ञान मे लेते हुये इस घटना की उच्च स्तरीय जाँच करायी जाय और मृतको और घायलो को मुआवजा दिया जाय। साथ ही दोषियो के खिलाफ मुकद्दमा पंजिकृत कराया जाय।


                                     भवदीय
(डा0 लानिन)
महासचिव,
मानवाधिकार जननिगरानी समिति, वाराणसी - 221002
उत्तर प्रदेश - भारत !
मो0 - + 91-9935599333.
ई-मेल - lenin@pvchr.asia



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Thursday, August 23, 2012

पुलिस द्वारा वाराणसी के गरीब मुस्लिम को बेवजह फर्जी मुकदमें फसाने व उत्पीड़न किये जाने के सन्दर्भ में।

23 अगस्त 2012

सेवा में,

श्रीमान् वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक महोदय,

वाराणसी,  

उत्तर प्रदेश।


विषय:- पुलिस द्वारा वाराणसी के गरीब मुस्लिम को बेवजह फर्जी मुकदमें फसाने व उत्पीड़न किये जाने के सन्दर्भ में।


महोदय,


पीड़ित मोहम्मद अहमद पुत्र मोहम्मद शरीफ उम्र-23 वर्ष निवासी-दनियाल, थाना-सारनाथ, जनपद-वाराणसी का मूल निवासी हैं। दनियालपुर निवासी अन्सार अहमद ने एक काम को शुरु करने के सम्बंध  में पीड़ित मोहम्मद अहमद से 15600/- रुपये लिए और कहा कि इस काम में तुम और भी व्यक्तियों को जोडोगें तो इससे तुम्हें डबल फायदा होगा और तुम्हारा पैसा दूगुना हो जायेगा। चूँकि पीड़ित अन्सार अहमद को व्यक्तिगत तौर पर भली-भांती जानता था और उससे पीड़ित का अच्छा सम्बंध था। इसीलिए पीड़ित ने उन्हे किसी सुरत से पैसा जुटाकर 15600/ रुपये दिये। दिनांक 20 अगस्त 2012 को पीड़ित मोहम्मद अहमद ने उनसे अपने काम के तहत अपना पैसा मांगा, उस वक्त पीड़ित को ईद के त्यौहार की तैयारी के लिए 200/- रुपये की जरुरत थी जिसे पीड़ित ने अन्सार अहमद से मांगे ताकि घर पर परिवार के साथ त्यौहार मना  सके। इतने में अन्सार अहमद ने पीड़ित को गालियां देते हुए मारना-पीटना शुरु कर दिया और बोला कि मैं तुम्हारा कोई भी पैसा नही दुंगा जो करते बने कर लो। इसके बाद अन्सार अहमद ने पीड़ित के खिलाफ पुरानापुल पुलिस चैकी पर झूठा रिपोर्ट लिखवाया। दूसरे दिन 21 अगस्त 2012 को ईद के दूसरे दिन एक पुलिस वाले पीड़ित के घर पर आये और बोले कि चलो चैकी इंचार्ज साहब बुलायें हैं। पुलिस की सूचना पर पीड़ित अपने पिता के साथ पुलिस चैकी पर  सुबह 10:00 बजे पहुँचा। वहाँ पर बिना वजह पुलिस ने पीड़ित  को 4:00 बजे शाम तक पुलिस चौकी पर भूखा-प्यासा बैठाये रखा। उसी समय अन्सार के पिता यासिन मुकादम आये और चौकी इंचार्ज साहब से बोले कि मोहम्मद अहमद को जाने दिजिए यह मामला हम पंचायत कर के सुलह करायेगें। उस दिन तो पीड़ित को पुलिस द्वारा छोड़ दिया गया। लेकिन दिनांक 23 अगस्त 2012 को लगभग सुबह 9:00 बजे पुनः पीड़ित के घर पर पुलिस आई और पीड़ित व उसके पिता को पुलिस चैकी पर बुलाया है। पीडित बहुत डरा हुआ है क्योकि इसके पहले जब वो चौकी पर गया था तो उसे पुलिस वालो ने बहुत गालिया दी थी इस लिये वो पुलिस चौकी नही जा रहा है।

पीडित अन्सार अहमद को बेवजह चैकी पर बुलाकर पीड़ित व उसके परिवार को लगातार पुलिस द्वारा परेशान व उत्पीड़न किया जा रहा है।


अतः आप से निवेदन है कि उक्त मामले की जाच करा कर दोषियों के विरुद्ध कानूनी  कार्यवाही करें।



भवदीय

डा0 लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार जननिगरानी समिती

 

 Email:  minority.pvchr@gmail.com

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पुलिस द्वारा वाराणसी के गरीब मुस्लिम को बेवजह फर्जी मुकदमें फसाने व उत्पीड़न किये जाने के सन्दर्भ में।

23 अगस्त 2012

सेवा में,

श्रीमान् पुलिस महानिदेशक महोदय,

लखनऊ, उत्तर प्रदेश।


विषय:- पुलिस द्वारा वाराणसी के गरीब मुस्लिम को बेवजह फर्जी मुकदमें फसाने व उत्पीड़न किये जाने के सन्दर्भ में।


महोदय,


पीड़ित मोहम्मद अहमद पुत्र मोहम्मद शरीफ उम्र-23 वर्ष निवासी-दनियाल, थाना-सारनाथ, जनपद-वाराणसी का मूल निवासी हैं। दनियालपुर निवासी अन्सार अहमद ने एक काम को शुरु करने के सम्बंध  में पीड़ित मोहम्मद अहमद से 15600/- रुपये लिए और कहा कि इस काम में तुम और भी व्यक्तियों को जोडोगें तो इससे तुम्हें डबल फायदा होगा और तुम्हारा पैसा दूगुना हो जायेगा। चूँकि पीड़ित अन्सार अहमद को व्यक्तिगत तौर पर भली-भांती जानता था और उससे पीड़ित का अच्छा सम्बंध था। इसीलिए पीड़ित ने उन्हे किसी सुरत से पैसा जुटाकर 15600/ रुपये दिये। दिनांक 20 अगस्त 2012 को पीड़ित मोहम्मद अहमद ने उनसे अपने काम के तहत अपना पैसा मांगा, उस वक्त पीड़ित को ईद के त्यौहार की तैयारी के लिए 200/- रुपये की जरुरत थी जिसे पीड़ित ने अन्सार अहमद से मांगे ताकि घर पर परिवार के साथ त्यौहार मना  सके। इतने में अन्सार अहमद ने पीड़ित को गालियां देते हुए मारना-पीटना शुरु कर दिया और बोला कि मैं तुम्हारा कोई भी पैसा नही दुंगा जो करते बने कर लो। इसके बाद अन्सार अहमद ने पीड़ित के खिलाफ पुरानापुल पुलिस चैकी पर झूठा रिपोर्ट लिखवाया। दूसरे दिन 21 अगस्त 2012 को ईद के दूसरे दिन एक पुलिस वाले पीड़ित के घर पर आये और बोले कि चलो चैकी इंचार्ज साहब बुलायें हैं। पुलिस की सूचना पर पीड़ित अपने पिता के साथ पुलिस चैकी पर  सुबह 10:00 बजे पहुँचा। वहाँ पर बिना वजह पुलिस ने पीड़ित  को 4:00 बजे शाम तक पुलिस चौकी पर भूखा-प्यासा बैठाये रखा। उसी समय अन्सार के पिता यासिन मुकादम आये और चौकी इंचार्ज साहब से बोले कि मोहम्मद अहमद को जाने दिजिए यह मामला हम पंचायत कर के सुलह करायेगें। उस दिन तो पीड़ित को पुलिस द्वारा छोड़ दिया गया। लेकिन दिनांक 23 अगस्त 2012 को लगभग सुबह 9:00 बजे पुनः पीड़ित के घर पर पुलिस आई और पीड़ित व उसके पिता को पुलिस चैकी पर बुलाया है। पीडित बहुत डरा हुआ है क्योकि इसके पहले जब वो चौकी पर गया था तो उसे पुलिस वालो ने बहुत गालिया दी थी इस लिये वो पुलिस चौकी नही जा रहा है।


पीडित अन्सार अहमद को बेवजह चैकी पर बुलाकर पीड़ित व उसके परिवार को लगातार पुलिस द्वारा परेशान व उत्पीड़न किया जा रहा है।

अतः आप से निवेदन है कि उक्त मामले की जाच करा कर दोषियों के विरुद्ध कानूनी  कार्यवाही करें।




भवदीय

डा0 लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार जननिगरानी समिती

 

डा0 लेनिन

(महासचिव)

 


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--
Anup Srivastava
Senior Member of Management Committee
PVCHR/JMN
Mobile no.+91- 9935599335
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Tuesday, August 21, 2012

Muslim threats, nationalist fantasies and the 'Great Assam Exodus'

http://www.asianews.it/news-en/Muslim-threats,-nationalist-fantasies-and-the-%27Great-Assam-Exodus%27-25602.html

» 08/21/2012 16:10

INDIA - PAKISTAN
Muslim threats, nationalist fantasies and the 'Great Assam Exodus'
Nirmala Carvalho
Almost 300,000 people from north-eastern India flee Karnataka and Maharashtra. New Delhi blames Islamabad for circulating revenge text messages following sectarian violence between tribal Bodos and Muslims settlers in Assam. For activist Raghuvanshi, the problem is rooted in tensions generated by Hindu nationalist forces.

Mumbai (AsiaNews) - New Delhi and Islamabad could be facing another diplomatic crisis as a result of a recent major population displacement within India. Hundreds of thousands of people from Assam have in fact fled Bangalore (Karnataka), Mumbai and Pune (Maharashtra) after they received death threats via the Internet. The messages, which were posted mostly on Facebook and Twitter, warned workers from north-eastern India that Indian Muslims would take revenge against them forsectarian clashes last month in the state of Assam. For India, Pakistan is behind this hate campaign, but Islamabad has denied any involvement, calling on New Delhi to back up its claims with evidence.
In Assam, violence between tribal Bodos and Muslim settlers left 80 people dead in July. This has sparked the panicked flight of about 400,000 people from both communities, some finding shelter in refugee camps set up by the local Catholic Church. Tensions eventually spread to other Indian states where Bodos and other ethnic groups moved in search of work.
Last week, panic began spreading when text messages and photos on social networks began fuelling rumours. About 300,000 people from north-eastern India, mostly students, crammed railway stations trying to escape, fearful they might be targeted by Muslims for retaliation.
At present, the exodus has stopped and things are getting back to normal thanks to cooperation among the various Indian states involved. However, it is unclear who posted the first intimidating messages online. For New Delhi, the culprits are in Pakistan. Islamabad has denied the accusations, calling on India to show its evidence, which has not been forthcoming.
"Violence in Assam is localised with its particular history and context," human rights activist Lenin Raghuvanshi told AsiaNews.
However, for Raghuvanshi, who is director of the People's Vigilance Committee on Human Rights (PVCHR), such conflicts "have repercussions that explode in internal conflicts fuelled by the nationalism of fascist forces."
In his view, "India's greatest threat is an internal exodus provoked by internal nationalist groups (supporters of the Hindutva ideology) or external groups like Muslim fundamentalists.

After 14 yrs, Aamir celebrates at home

http://timesofindia.indiatimes.com/city/delhi/After-14-yrs-Aamir-celebrates-at-home/articleshow/15578068.cms

Monday, August 13, 2012

उत्तर प्रदेश जिले के बरेली क्षेत्र मे लग्र कर्फयू के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा मुस्लिम समुदाय की महिलाओ के साथ बद्सलूकी और मुस्लिम समुदाय के निर्दोष लोगो के साथ भेद-भाव पूर्ण व्यवहार कर उन्हे परेशान करने के सम्बन्ध मे।



---------- Forwarded message ----------
From: UP Police Computer Cetre Lucknow <uppcc-up@nic.in>
Date: Mon, Aug 13, 2012 at 8:57 AM
Subject: Fwd: उत्तर प्रदेश जिले के बरेली क्षेत्र मे लग्र कर्फयू के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा मुस्लिम समुदाय की महिलाओ के साथ बद्सलूकी और मुस्लिम समुदाय के निर्दोष लोगो के साथ भेद-भाव पूर्ण व्यवहार कर उन्हे परेशान करने के सम्बन्ध मे।
To: digcomplaint-up@nic.in
Cc: PVCHR ED <pvchr.india@gmail.com>


Sir
The complaint with the email forwarded to your kind attention and response.
UPPCC


---------- Forwarded message ----------
From: PVCHR ED <pvchr.india@gmail.com>
To: bharat-chintan <bharat-chintan@googlegroups.com>
Cc:
Date: Mon, 13 Aug 2012 00:35:30 +0530
Subject: उत्तर प्रदेश जिले के बरेली क्षेत्र मे लग्र कर्फयू के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा मुस्लिम समुदाय की महिलाओ के साथ बद्सलूकी और मुस्लिम समुदाय के निर्दोष लोगो के साथ भेद-भाव पूर्ण व्यवहार कर उन्हे परेशान करने के सम्बन्ध मे।
http://muslim-minority.blogspot.in/2012/08/blog-post_8788.html

उत्तर प्रदेश जिले के बरेली क्षेत्र मे लग्र कर्फयू के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा मुस्लिम समुदाय की महिलाओ के साथ बद्सलूकी और मुस्लिम समुदाय के निर्दोष लोगो के साथ भेद-भाव पूर्ण व्यवहार कर उन्हे परेशान करने के सम्बन्ध मे।

सेवा मे,
डी.जी.पी महोदय,
लखनऊ।  
विषय: उत्तर प्रदेश जिले के बरेली क्षेत्र मे लग्र कर्फयू के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा मुस्लिम समुदाय की महिलाओ के साथ बद्सलूकी और मुस्लिम समुदाय के निर्दोष लोगो के साथ भेद-भाव पूर्ण व्यवहार कर उन्हे परेशान करने के सम्बन्ध मे।
महोदय,
  आपको यह अवगत कराना चाहता हू कि उत्तर प्रदेश के बरेली मे पिछले कई दीनो से लगातार स्थिति काफी नाजुक है दो सम्प्रदाय के बीच खूनी संघर्ष चल रहा था जिसके कारण वहा कर्फ्यू लगा हुआ था कुछ दिन मे स्थिति सामान्य हुयी लेकिन जन्माष्टमी के दिन फिर से कुछ घटना होने के कारण पुनः कर्फ्यू लगा जिससे आज फहासवानी टोला मे 11 से 12 बजे दिन मे पुलिस वालो ने अमानवीय व्यवहार करते हुये मुस्लिम घरो मे घुसकर आदमियो को गिरफ्तार किया और मुस्लिम समुदाय की महिलाओ के साथ बद्सलूकी करते हुये उनके आबरू पर हमला किया साथ ही घर की बुजुर्ग महिलाओ के साथ अभद्र व्यवहार किया। जिसका उदाहरण फहासवानी टोला मे 70 वर्ष की एक महिला के साथ हाथा पाई और मार पीट किये साथ ही बेकसूर मोहम्मद सलीम और उनके भाई मोहम्मद अलिम के घर मे घुसकर उन्हे खोजने के बहाने से उनके घर की महिलाओ के साथ बद्सलूकी की। पुलिस वालो की इस हरकत से पूरे मोह्हल्ले के आदमी घर छोड कर कही और रह रहे है।
       अतः आपसे विनम्र नि\वेदन है की इस मामले को संज्ञान मे लेते हुये कृपया पुलिस +विभाग के उच्च अधिकारियो को निर्देषित करे की निर्दोष लोगो को धार्मिक आधाअर पर न परेशान करे और जिन पुलिस वालो ने ऐसा कृत्य किया है उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही का निर्देश दे साथ ही जि परिवारो के मान सम्मान के साथ पुलिस वालो ने खिल्वाड किया है उन परिवारो को मुआवजा दिलाने की कृपा करे।

भवदीय
डा0 लेनिन
महासचिव
मानवाधिकार जन निगरानी समिती
sa4/2a Daulatpur, Varanasi



Open Letter to the Government of South Asian Countries


To,
Government of India,
Government of Pakistan
Government of Bangladesh
Government of Bhutan
Government of Sri Lanka
Government of Nepal
Government of Maldives

Dear Sir/Madam,
 I want to bring in your kind attention towards the attack happening with minorities in south Asian Country and every day we are looking in the newspaper/news channel.
On this serious concern Asian Association for Communal Harmony (ACHA) had launched signature campaign[i] with the given below pledge:
I will not intentionally use my hands or my words to harm anyone
I will treat my sister and daughter with at least as much love and respect as I treat my brothers and sons.
I will treat all my neighbours as deserving of my respect, regardless of their class, caste, sect or religion and
I will practice environment –friendly practices in my daily life.
It is an appeal to the all Government in South Asia to provide security to minorities and promoting human dignity, reconciliation, tolerance and a free and peaceful society.

Thanking You 

Sincerely Yours

Lenin Raghuvanshi
Secretary General
Peoples' Vigilance Committee on Human Rights
Sa 4/2 A Daulatpur, Varanasi - 221002
Mobile No: +91-9935599333

Sunday, August 12, 2012

उत्तर प्रदेश जिले के बरेली क्षेत्र मे लग्र कर्फयू के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा मुस्लिम समुदाय की महिलाओ के साथ बद्सलूकी और मुस्लिम समुदाय के निर्दोष लोगो के साथ भेद-भाव पूर्ण व्यवहार कर उन्हे परेशान करने के सम्बन्ध मे।

सेवा मे,

डी.जी.पी महोदय,

लखनऊ।  

विषय: उत्तर प्रदेश जिले के बरेली क्षेत्र मे लग्र कर्फयू के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा मुस्लिम समुदाय की महिलाओ के साथ बद्सलूकी और मुस्लिम समुदाय के निर्दोष लोगो के साथ भेद-भाव पूर्ण व्यवहार कर उन्हे परेशान करने के सम्बन्ध मे।

महोदय,

  आपको यह अवगत कराना चाहता हू कि उत्तर प्रदेश के बरेली मे पिछले कई दीनो से लगातार स्थिति काफी नाजुक है दो सम्प्रदाय के बीच खूनी संघर्ष चल रहा था जिसके कारण वहा कर्फ्यू लगा हुआ था कुछ दिन मे स्थिति सामान्य हुयी लेकिन जन्माष्टमी के दिन फिर से कुछ घटना होने के कारण पुनः कर्फ्यू लगा जिससे आज फहासवानी टोला मे 11 से 12 बजे दिन मे पुलिस वालो ने अमानवीय व्यवहार करते हुये मुस्लिम घरो मे घुसकर आदमियो को गिरफ्तार किया और मुस्लिम समुदाय की महिलाओ के साथ बद्सलूकी करते हुये उनके आबरू पर हमला किया साथ ही घर की बुजुर्ग महिलाओ के साथ अभद्र व्यवहार किया। जिसका उदाहरण फहासवानी टोला मे 70 वर्ष की एक महिला के साथ हाथा पाई और मार पीट किये साथ ही बेकसूर मोहम्मद सलीम और उनके भाई मोहम्मद अलिम के घर मे घुसकर उन्हे खोजने के बहाने से उनके घर की महिलाओ के साथ बद्सलूकी की। पुलिस वालो की इस हरकत से पूरे मोह्हल्ले के आदमी घर छोड कर कही और रह रहे है।

       अतः आपसे विनम्र नि\वेदन है की इस मामले को संज्ञान मे लेते हुये कृपया पुलिस +विभाग के उच्च अधिकारियो को निर्देषित करे की निर्दोष लोगो को धार्मिक आधाअर पर न परेशान करे और जिन पुलिस वालो ने ऐसा कृत्य किया है उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही का निर्देश दे साथ ही जि परिवारो के मान सम्मान के साथ पुलिस वालो ने खिल्वाड किया है उन परिवारो को मुआवजा दिलाने की कृपा करे।

 

भवदीय

डा0 लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार जन निगरानी समिती

sa4/2a Daulatpur, Varanasi

 


Email:  minority.pvchr@gmail.in
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उत्तर प्रदेश जिले के बरेली क्षेत्र मे लग्र कर्फयू के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा मुस्लिम समुदाय की महिलाओ के साथ बद्सलूकी और मुस्लिम समुदाय के निर्दोष लोगो के साथ भेद-भाव पूर्ण व्यवहार कर उन्हे परेशान करने के सम्बन्ध मे।

सेवा मे,

अध्यक्ष महोदय,

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग,

नई दिल्ली।  

विषय: उत्तर प्रदेश जिले के बरेली क्षेत्र मे लग्र कर्फयू के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा मुस्लिम समुदाय की महिलाओ के साथ बद्सलूकी और मुस्लिम समुदाय के निर्दोष लोगो के साथ भेद-भाव पूर्ण व्यवहार कर उन्हे परेशान करने के सम्बन्ध मे।

महोदय,

  आपको यह अवगत कराना चाहता हू कि उत्तर प्रदेश के बरेली मे पिछले कई दीनो से लगातार स्थिति काफी नाजुक है दो सम्प्रदाय के बीच खूनी संघर्ष चल रहा था जिसके कारण वहा कर्फ्यू लगा हुआ था कुछ दिन मे स्थिति सामान्य हुयी लेकिन जन्माष्टमी के दिन फिर से कुछ घटना होने के कारण पुनः कर्फ्यू लगा जिससे आज फहासवानी टोला मे 11 से 12 बजे दिन मे पुलिस वालो ने अमानवीय व्यवहार करते हुये मुस्लिम घरो मे घुसकर आदमियो को गिरफ्तार किया और मुस्लिम समुदाय की महिलाओ के साथ बद्सलूकी करते हुये उनके आबरू पर हमला किया साथ ही घर की बुजुर्ग महिलाओ के साथ अभद्र व्यवहार किया। जिसका उदाहरण फहासवानी टोला मे 70 वर्ष की एक महिला के साथ हाथा पाई और मार पीट किये साथ ही बेकसूर मोहम्मद सलीम और उनके भाई मोहम्मद अलिम के घर मे घुसकर उन्हे खोजने के बहाने से उनके घर की महिलाओ के साथ बद्सलूकी की। पुलिस वालो की इस हरकत से पूरे मोह्हल्ले के आदमी घर छोड कर कही और रह रहे है।

       अतः आपसे विनम्र नि\वेदन है की इस मामले को संज्ञान मे लेते हुये कृपया पुलिस +विभाग के उच्च अधिकारियो को निर्देषित करे की निर्दोष लोगो को धार्मिक आधाअर पर न परेशान करे और जिन पुलिस वालो ने ऐसा कृत्य किया है उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही का निर्देश दे साथ ही जि परिवारो के मान सम्मान के साथ पुलिस वालो ने खिल्वाड किया है उन परिवारो को मुआवजा दिलाने की कृपा करे।

 

भवदीय

डा0 लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार जन निगरानी समिती

 




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उत्तर प्रदेश जिले के बरेली क्षेत्र मे लग्र कर्फयू के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा मुस्लिम समुदाय की महिलाओ के साथ बद्सलूकी और मुस्लिम समुदाय के निर्दोष लोगो के साथ भेद-भाव पूर्ण व्यवहार कर उन्हे परेशान करने के सम्बन्ध मे।

सेवा मे,

अध्यक्ष महोदय,

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,

नई दिल्ली।  

विषय: उत्तर प्रदेश जिले के बरेली क्षेत्र मे लग्र कर्फयू के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा मुस्लिम समुदाय की महिलाओ के साथ बद्सलूकी और मुस्लिम समुदाय के निर्दोष लोगो के साथ भेद-भाव पूर्ण व्यवहार कर उन्हे परेशान करने के सम्बन्ध मे।

महोदय,

  आपको यह अवगत कराना चाहता हू कि उत्तर प्रदेश के बरेली मे पिछले कई दीनो से लगातार स्थिति काफी नाजुक है दो सम्प्रदाय के बीच खूनी संघर्ष चल रहा था जिसके कारण वहा कर्फ्यू लगा हुआ था कुछ दिन मे स्थिति सामान्य हुयी लेकिन जन्माष्टमी के दिन फिर से कुछ घटना होने के कारण पुनः कर्फ्यू लगा जिससे आज फहासवानी टोला मे 11 से 12 बजे दिन मे पुलिस वालो ने अमानवीय व्यवहार करते हुये मुस्लिम घरो मे घुसकर आदमियो को गिरफ्तार किया और मुस्लिम समुदाय की महिलाओ के साथ बद्सलूकी करते हुये उनके आबरू पर हमला किया साथ ही घर की बुजुर्ग महिलाओ के साथ अभद्र व्यवहार किया। जिसका उदाहरण फहासवानी टोला मे 70 वर्ष की एक महिला के साथ हाथा पाई और मार पीट किये साथ ही बेकसूर मोहम्मद सलीम और उनके भाई मोहम्मद अलिम के घर मे घुसकर उन्हे खोजने के बहाने से उनके घर की महिलाओ के साथ बद्सलूकी की। पुलिस वालो की इस हरकत से पूरे मोह्हल्ले के आदमी घर छोड कर कही और रह रहे है।

       अतः आपसे विनम्र नि\वेदन है की इस मामले को संज्ञान मे लेते हुये कृपया पुलिस +विभाग के उच्च अधिकारियो को निर्देषित करे की निर्दोष लोगो को धार्मिक आधाअर पर न परेशान करे और जिन पुलिस वालो ने ऐसा कृत्य किया है उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही का निर्देश दे साथ ही जि परिवारो के मान सम्मान के साथ पुलिस वालो ने खिल्वाड किया है उन परिवारो को मुआवजा दिलाने की कृपा करे।

 

भवदीय

डा0 लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार जन निगरानी समिती

 



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Anup Srivastava
Senior Member of Management Committee
PVCHR/JMN
Mobile no.+91- 9935599335
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