सेवा में, 25 जून, 2014
श्रीमान अध्यक्ष महोदय,
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,
नई दिल्ली |
विषय : उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले की शकीला पुत्री उस्मान अली को ससुराल वालो द्वारा दहेज़ लाने व पाँच पुत्रियों के पैदा होने के कारण पति व अन्य ससुराल वालो द्वारा बुरी तरह मार-पीट कर जान लेवा हमला करने की सुचना पर भी पुलिस द्वारा केस दर्ज करने में हीला हवाली व दबाव में केस दर्ज किया परन्तु सम्बंधित धाराए न लगा कर मकान विवाद में केस दर्ज कर महिला का उत्पीडन करने के सम्बन्ध में |
महोदय,
आपका ध्यान इस और आकृष्ट कराना चाहता हूँ कि पीडिता शकीला पुत्री उस्मान अली की शादी 12 वर्ष पूर्व अमीनुददीन पुत्र पीर मोहम्मद, निवासी जे0 14/16 2बी-4, काजी सादुल्लापुर, थाना-जैतपुरा, वाराणसी के साथ हुई थी | शादी के बाद कुछ महीने बाद ही उसके पति व ससुराल वाले दहेज़ की मांग करने लगे और दहेज़ में पावर लूम लाने को कहते रहे | पीडिता के पिता एक बुनकर मजदूर है जिनकी आर्थिक स्थिति बहुत दयनीय है | इस वजह से वो ससुराल वालो की मांग पूरी करने में असमर्थ थे | शुरू में तो दहेज़ के लिए उसे ताने दिए जाते थे और मानसिक रूप से प्रताणित किया जाता था | धीरे धीरे वे लोग मारने पीटने लगे | लेकिन जब पीडिता की पहली लड़की पैदा हुई तो पीडिता के लिए अत्यन्त कष्टकारी हो गया | पूरे ससुराल वाले ससुर, जेठ, देवर और ननद मिलकर और ज्यादा अत्याचार करने लगे | फिर रिश्तेदारों के बीच बचाव के बाद सुलह समझौता होने के बाद कुछ दिनों तक सब ठीक रहा | परन्तु समय बितने के साथ ही साथ पीडिता ने पाँच पुत्रियों को जन्म दिया | जिसके बाद पति, ससुर, जेठ, देवर और ननद मिलकर पीडिता को बुरी तरह से शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताणित करने लगे | दिनांक 11 जून, 2014 सुबह-सुबह पीडिता के पति, ससुर, जेठ, देवर और ननद ने मिलकर चमड़े की बेल्ट, लोहे की रॉड, और लाठी डंडो से पिटाई शुरू कर दिया | जिससे पीडिता बहुत बुरी तरह जख्मी हो गयी | पीडिता की चीख पुकार सुनकर आस पड़ोस के बहुत लोग इकटठे हो गए और पीडिता की जान बचाई | लेकिन उसके ससुराल वालो ने उसे घसीटते हुए घर से बाहर निकाल दिया और यह धमकी दी कि यदि वह दुबारा यहाँ आयेगी तो उसे जान से मार देंगे | जिसके बाद पीडिता अपने मायके आयी और सारी घटना अपने घर वालो को बताई | जिसके बाद जैतपुरा थाने जाकर वहा पर शिकायत दर्ज करवाने का प्रयास किया लेकिन उसके ससुराल वाले पहले से वहां थाने में बैठे थे वे लोग बहुत पैसे वाले है जिसके प्रभाव में पीडिता की FIR दर्ज नही की गयी | जब अन्य मोहल्ले वालो ने बहुत दबावबनाया तब NCR दर्ज किया गया और उसमे भी पुलिस ने बड़ी चालाकी से मकान विवाद दिखाते हुए शिकायत दर्ज किया | जिसके बाद पीडिता का मेडिकल मुआयना कराया गया | इसके बाद पीडिता का पति जो बुरी तरह नशे का आदी है उसने घर पर आकर अपने हाथ की नस काट ली और उसी जैतपुरा थाने में FIR पीडिता के तीन भाईयो के खिलाफ लिखवा दिया कि उन लोगो ने उसे मारा पीटा और उसके हाथ का नस काट दिया | जबकि यह बिलकुल असत्य है | पीडिता के घरवाले अत्यन्त गरीब है और पुलिस भी उसके ससुराल वालो के साथ मिलकर पीडिता के घर वालो पर दबाव बना रही है |
अतः श्रीमान जी से निवेदन है कि कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पीडिता का FIR दहेज़ उत्पीडन और जान से मारने की कोशिश में दर्ज कराने का निर्देश सम्बंधित अधिकारियो को देने की कृपा करे | साथ ही दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करवाने की कृपा करे |
संलग्नक :
1. NCR की छाया प्रति |
2. मेडिकल रिपोर्ट की छाया प्रति |
3. पीडिता द्वारा दिनांक 12/6/2014 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिए गए पत्र की छाया प्रति |
4. दिनांक 12/6/2014 को जन शिकायत से प्राप्त रसीद की छाया प्रति |
भवदीय
डा0 लेनिन
महासचिव
मानवाधिकार जननिगरानी समिति,
सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी
+91-9935599333
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